धनबाद : खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) में माइनिंग सरदार की परीक्षा का परिणाम एग्जाम से एक दिन पहले ही जारी हो गया. परीक्षा 16 जनवरी, 2021 को थी, वेबसाइट पर रिजल्ट 15 जनवरी की तिथि से ही पोस्ट किया गया. हालांकि बाद में इसे संशोधित किया गया. यह मानवीय भूल है या कुछ और, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी इसे लेकर कई तरह की चर्चा कर रहे हैं और पूरे मामले की जांच करने की बात कह रहे हैं.
क्या है मामला : डीजीएमएस की तरफ से माइनिंग सरदार के प्रतिबंधित एवं गैर प्रतिबंधित क्षेत्र के लिए परीक्षा 16 जनवरी को विकास भवन में हुई. इस परीक्षा में कुल 40 परीक्षार्थी शामिल हुए. इसमें से 15 को उत्तीर्ण घोषित किया गया, लेकिन डीजीएमएस की तरफ से जारी ऑनलाइन रिजल्ट में 15 जनवरी की तिथि अंकित है. रिजल्ट की तिथि देखने के बाद विरोध शुरू हुआ.
तीन साल की ट्रेनिंग के बाद होती है परीक्षा : माइनिंग सरदार की परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षार्थियों को पहले तीन साल की ट्रेनिंग लेनी होती है और उसके लिए वह किसी स्थान पर जान कर इसकी ट्रेनिंग लेता है और उसके बाद इस परीक्षा में शामिल होने के लिए फॉर्म. अभ्यार्थियों की संख्या के आधार पर परीक्षा एक या दो बार होती है. पूरी परीक्षा ओरल ही होती है. उसके बाद सभी का रिजल्ट जारी किया जाता है.
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कुछ परीक्षार्थियों ने बताया कि माइनिंग सरदार की जिस दिन परीक्षा होती है, उसी शाम या अगले दिन तक रिजल्ट जारी कर दिया जाता है, लेकिन पहली बार एक दिन पहले की तिथि से रिजल्ट दिख रहा है. इसके पीछे कहीं और वजह तो नहीं? अब रिजल्ट जारी होने के बाद भी असफल अभ्यर्थियों के मन में कई तरह की दुविधा दिख रहा है.
Posted By : Sameer Oraon