चतरा नक्सली मुठभेड़ में शामिल पुलिस पदाधिकारी व जवानों का डीजीपी ने बढ़ाया हौसला, किया सम्मानित
लावालौंग थाना क्षेत्र के नौडीहा जंगल में सोमवार की सुबह पुलिस व नक्सली के बीच मुठभेड़ के बाद अभियान में शामिल पदाधिकारी व जवानो का हौसला अफजाई करने के लिए डीजीपी अजय कुमार सिंह मंगलवार को लावालौंग सीआरपीएफ कैंप पहुंचे.
चतरा, मो. तसलीम. लावालौंग थाना क्षेत्र के नौडीहा जंगल में सोमवार की सुबह पुलिस व नक्सली के बीच मुठभेड़ के बाद अभियान में शामिल पदाधिकारी व जवानो का हौसला अफजाई करने के लिए डीजीपी अजय कुमार सिंह मंगलवार को लावालौंग सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. साथ में सीआरपीएफ के एडीजी वितुल कुमार, एडीजी अभियान संजय आनंद राव लाटकर, आईजी अभियान एवी होमकर समेत अन्य शामिल थे. जहां सभी अधिकारियों को गॉड-ऑफ ऑनर दिया गया. हेलीकॉप्टर से सभी अधिकारी पहुंचे.
”जिले के अधिकारी व जवानों में काफी उत्साह”
डीजीपी ने कहा कि मुठभेड़ के बाद जिले के अधिकारी व जवानो में काफी उत्साह हैं. उनका मनोबल बढ़ा हुआ हैं. उन्होंने अभियान में शामिल पुलिस पदाधिकारी व जवानों को सम्मानित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि नक्सल विरोधी अभियान आगे भी जारी रखा जायेगा. सुरक्षा बलो ने बहुत बड़ा काम किया हैं. डीजीपी ने कहा कि उग्रवाद उन्मूलन में झारखंड पुलिस के द्वारा चौतरफा कार्रवाई की जा रही हैं. सुरक्षा बलों द्वारा माओवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में लगातार सफलता मिल रही हैं.
”नक्सलियों को सरकार के सरेंडर नीति का लाभ उठाने की बात”
पिछले दिनो झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़, चाईबासा, सराईकेला व खुंटी के सीमावर्ती ट्राई जंक्शन क्षेत्र को सुरक्षा बलों ने संयुक्त अभियान से नक्सली मुक्त करा लिया हैं. झारखंड पुलिस एवं सीआरपीएफ के कुशल नेतृत्व, रणनीति और दृढ़ संकल्प के साथ नक्सलियों के खात्मे के लिए लगातार प्रयासरत हैं. उन्होंने मुख्यधारा से भटके हुए नक्सलियों को सरकार के सरेंडर नीति का लाभ उठाने की बात कही हैं. सरकार उनका हमेशा मदद के लिए तत्पर हैं. नक्सली बनने से परिवार, समाज को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं. इस तरह से भटकने से कोई फायदा नहीं हैं.
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”परिजनों द्वारा लगाये गये आरोप में दम”
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि परिजनों द्वारा लगाये गये आरोप में दम नहीं हैं. फर्जी मुठभेड़ नहीं बल्कि भीषण मुठभेड़ में सभी नक्सलियों को ढेर किया गया हैं. मालूम हो कि सुरक्षाबलो व भाकपा माओवादियों के दस्ते के बीच हुई मुठभेड़ में 25 लाख ईनामी सैक सदस्य गौतम पासवान, अजीत उरांव समेत पांच शीर्ष माओवादियों को ढेर कर दिया गया था. मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से पुलिस से लूटी गयी दो एके-47, एक इंसास व दो भरमार रायफल, भारी मात्रा में गोली व अन्य समान जब्त किया गया था. मौके पर सीआरपीएफ के डीआईजी डीके चौधरी, एसपी राकेश रंजन, सीआरपीएफ कमांडेंट मनोज कुमार, सीआरपीएफ आईजी विधि कुमार बिरदी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी व जवान शामिल थे.