धनबाद सदर और बलियापुर अंचल की जमीन की खरीद-बिक्री पर लगी रोक हटेगी, जानें इसके पीछे की पूरी कहानी
धनबाद जिला के सदर धनबाद व बलियापुर अंचल के नौ मौजा में जहां जमीन का आंशिक सर्वे हुआ है का डाटा ऑनलाइन होगा. इससे इन सभी मौजा के जमीन की खरीद-बिक्री पर लगी रोक हटेगी. इससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी.
Dhanbad District Administration News: धनबाद जिला के सदर धनबाद व बलियापुर अंचल के नौ मौजा में जहां जमीन का आंशिक सर्वे हुआ है का डाटा ऑनलाइन होगा. इससे इन सभी मौजा के जमीन की खरीद-बिक्री पर लगी रोक हटेगी. इससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी. सूत्रों के अनुसार धनबाद सदर व बलियापुर अंचल के नौ मौजा का सर्वे पूर्ण नहीं हो पाया था. इसको लेकर कई तरह की परेशानी हो रही थी.
इस वजह से हो रही थी परेशानी
धनबाद जिला बंदोबस्त पदाधिकारी के तरफ से 28 सितंबर-2021 को भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग को एक पत्र लिखा था. इसमें कहा गया है कि नगर निगम या अधिसूचित क्षेत्र के कारण कुछ मौजा में री सर्वे पूरा नहीं हो पाया है. जिस कारण ऐसे क्षेत्र असर्वेक्षित रह गये हैं. राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के अवर सचिव देवरंजन सिंह ने धनबाद के उपायुक्त को एक पत्र भेज कर कहा है कि असर्वेक्षित क्षेत्रों में डिजिटाइजेशन गत सर्वे के आधार पर करते हुए राजस्व संबंधी कार्यों का संपादन होगा. एनआइसी द्वारा वसुधा पोर्टल पर ऑनलाइन पंजी -2 में डाटा प्रवृष्टि की सुविधा उपलब्ध है. ऑनलाइन खतियान की प्रवृष्टि की सुविधा परिशोधन पोर्टल पर उपलब्ध कराया जायेगा. उपायुक्त से ऐसे क्षेत्रों के सभी मौजा का डाटा एंट्री कराने को कहा गया है. डाटा प्रवृष्टि होने के बाद इन मौजा के जमीनों की खरीद- बिक्री पर लगी रोक हटेगी.
एक ही मौजा में दो नियम से परेशान हैं लोग
धनबाद सदर अंचल के सरायढेला मौजा में दो नियम से लोग परेशान हैं. सरायढेला मौजा के जो इलाका शहरी क्षेत्र बन गया है. वहां जमीन का आंशिक सर्वे ही हो पाया था. जबकि इसी मौजा के ग्रामीण इलाका में सर्वे का काम पूरा हो चुका है. जिन इलाका में सर्वे का काम पूर्ण हो चुका है में जमीन के खरीद-बिक्री का काम चल रहा है. जबकि आंशिक सर्वे वाले क्षेत्र में यह काम पूरी तरह से बंद है. इससे रैयतों को भारी परेशानी हो रही है. इसको देखते हुए ही यहां से राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था.
विद्यालयों में तीन दिनों तक होगा उद्देशिका का उद्बोधन
संविधान दिवस पर संविधान सप्ताह मनाने का निर्देश राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने दी है. 26 से तीन दिसंबर तक सभी विद्यालयों में प्रात: कालीन सभा के दौरान प्रतिदिन उद्देशिका का उद्बोधन अनिवार्य रूप से सभी बच्चों, शिक्षकों एवं विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों द्वारा किया जाएगा. 28 से मुख्य कार्यक्रम शुरू होंगे. पहले दिन संविधान दिवस कब, क्यों और कैसे पर भाषण प्रतियोगिता होगी. 29 को महिलाओं का संविधानिक अधिकार पर नाटक, 30 को कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका का चित्रकला, एक दिसंबर को भारत का संविधान पर क्विज, दो को भारतीय संविधान के पिता विषय पर निबंध, तीन को मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य विषय पर स्लोगन प्रतियोगिता होगी. प्रतियोगिताओं का आयोजन विद्यालय स्तर पर कक्षा एक से पांचवी, छठी से आठवीं व नौवीं से 12वीं के आधार पर तीन वर्गों में किया जाएगा.