धनबाद: धनबाद के बैंक मोड़ पर 28 अक्तूबर की शाम अपराधियों ने कार पार्ट्स के व्यवसायी दीपक अग्रवाल को गोली मार दी थी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गये थे. घटना को लेकर जिले के व्यवसायी बेहद आक्रोशित हैं. व्यवसायियों ने जिले में बढ़ते अपराध के विरोध में धनबाद जिला चेंबर के बैनर तले एक नवंबर से अनिश्चितकाल के लिए धनबाद बंद का आह्वान किया है. इससे पहले 29 अक्तूबर को व्यवसायियों ने महाधरना दिया था, जिसमें सभी जनप्रतिनिधियों सहित चेंबर के पदाधिकारियों ने भी शिरकत की थी. व्यवसायियों के इस आंदोलन को अन्य संगठनों ने भी समर्थन दिया है. बंद के पहले दिन जिले सभी दवा दुकानें बंद रहेंगी, वहीं चिकित्सक भी इलाज नहीं करेंगे. हालांकि, इमरजेंसी की सुविधा जारी रहेगी.
जगह-जगह निकाला गया जुलूस
दूसरी ओर, मामले को लेकर देर शाम तक पुलिस की ओर से डैमेज कंट्रोल की कोशिश जारी थी. हालांकि रंगदारों, अपराधियों और सुस्त पुलिसिंग से परेशान लोगों ने पुलिस के किसी भी आश्वासन को मानने से इनकार कर दिया है. आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था को लेकर व्यवस्था की जा रही है. इधर, विभिन्न व्यावसायिक संगठनों ने मंगलवार को बंद की पूर्व संध्या पर जगह-जगह जुलूस निकाला और लोगों बंद को सफल बनाने की अपील की.
जाने क्यों परेशान हैं व्यवसायी
विदेश में शरण लिए अपराधी प्रिंस खान के गुर्गे लगातार यहां के लोगों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. छोटे से लेकर बड़े कारोबारियों के अलावा चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों को भी रंगदारी के लिए फोन आ रहे हैं. रंगदारी नहीं देने पर प्रतिष्ठानों पर खुलेआम गोलीबारी के अलावा लोगों पर भी जानलेवा हमला कर रहे हैं. इसको लेकर पुलिस के पास जाने के बाद भी राहत नहीं मिलने के कारण व्यवसायियों ने आंदोलन की राह पकड़ी है. अपराधियों से परेशान व्यवसायियों ने इससे पूर्व बोकारो, गिरिडीह और धनबाद में बैठक कर इस मामले में समर्थन मांगा था. इन बैठकों को लेकर पुलिस ने हर बार आश्वासन दिया, पर कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका.
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बात कर रहा धनबाद का स्थानीय प्रशासन
डीजीपी अजय कुमार सिंह ने कहा कि धनबाद के बैंक मोड़ थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व व्यवसायी को गोली मारकर घायल करने में शामिल चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जहां तक व्यवसायियों द्वारा बुधवार से अनिश्चितकालीन प्रतिष्ठानों को बंद किये जाने की बात है, तो धनबाद का स्थानीय प्रशासन उनसे बात कर रहा है.
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