विक्की प्रसाद, धनबाद : सदर अस्पताल शुरू हुए छह वर्ष से ज्यादा का समय बीत चुका है. बावजूद इसके अस्पताल के पैथोलॉजी में इंडोर व आउटडोर के मरीजों के लिए रक्त के नमूनों की समुचित जांच की व्यवस्था नहीं हो पायी है. बाहर से जांच कराने के बाद रिपोर्ट के आधार पर सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज शुरू हो रहा है. मरीज चिकित्सा सेवा पाने के लिए सदर अस्पताल पहुंचते, तो हैं, लेकिन इलाज शुरू करने से पहले रक्त ग्लूकोज एकाग्रता, बी लूड यूरिया, सीरम क्रिएटिनिन, एएसटी (एसजीओटी), एएलटी (एसजीपीटी), जीजीटी, एएलपी, एल्बुमिन, बिलीरुबिन, रक्त वसा परीक्षण सूचकांक, आयन मानचित्र का परीक्षण, यूरिक एसिड टेस्ट आदि की जांच के लिए बाहर के पैथोलॉजी केंद्र का रुख करना पड़ रहा है. इसमें मरीजों की मोटी राशि खर्च हो रही है.
कई बार टल जाते हैं ऑपरेशन
सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केंद्र में बायो केमिस्ट्री से जुड़ी जांच की व्यवस्था नहीं होने के कारण कई बार ऑपरेशन टल चुका है. दरअसल, किसी भी तरह के ऑपरेशन से पूर्व कई तरह के बायो केमिस्ट्री जांच की आवश्यकता होती है. रिपोर्ट देखने के बाद ही चिकित्सक ऑपरेशन करते है. वर्तमान में अस्पताल में भर्ती उन मरीजों का ऑपरेशन तब होता है, जब वे चिकित्सकों की सलाह पर विभिन्न तरह के बायो केमिस्ट्री जांच बाहर के केंद्र से कराते हैं. जांच रिपोर्ट के आधार पर ही सदर अस्पताल के चिकित्सक उक्त मरीज का ऑपरेशन करते है.
अस्पताल में सिर्फ हार्मोन व सीरोलॉजी जांच की व्यवस्था
सदर अस्पताल में वर्तमान में सिर्फ हार्मोन व सीरोलॉजी से संबंधित जांच की व्यवस्था है. इसका लाभ कुछ मरीजों को ही मिल पाता है. हार्मोन में थायराइड प्रोफाइल से संबंधित जांच व सीरोलॉजी में एचआइवी, टीबी, एचसीवी, डेंगू, मलेरिया आदि की जांच किट के माध्यम से होती है.
एक एनालाइजर मशीन के कारण शुरू नहीं हो पा रही जांच
एक एनालाइजर मशीन के कारण सदर अस्पताल के पैथोलॉजी केंद्र में बायो केमिस्ट्री जांच की सुविधा शुरू नहीं हो पा रही है. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार मुख्यालय को एनालाइजर मशीन मुहैया कराने संबंधित पत्र लिखा गया है. छह माह पूर्व मशीन की स्वीकृति भी मिल चुकी है. विभागीय पेंच के कारण अबतक धनबाद सदर अस्पताल को मशीन मुहैया नहीं हो पायी है.
अस्पताल में मरीजों को आवश्यक बेसिक रक्त नमूनों की जांच की सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यालय से बायो केमिस्ट्री जांच के लिए एनालाइजर मशीन की मांग सिविल सर्जन ने की है. मशीन मिलते ही अन्य तरह के सभी रक्त नमूनों की जांच अस्पताल में ही शुरू हो जायेगी.
डॉ राज कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी
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