धनबाद : अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर सोमवार को पूरा धनबाद जिला भी राममय हो गया. जहां अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा चल रही थी, वहीं जिले में भी जगह-जगह भव्य शोभा यात्रा निकाली गयी. शहर का हर गली-मुहल्ला भगवान श्रीराम के जयकारे से गूंज उठा. शोभा यात्रा में पीले वस्त्रों में शामिल सैकड़ों महिला-पुरुष हाथों में निसान लिये जयकारा लगाते चल रहे थे. जगह-जगह शोभा यात्रा का स्वागत किया गया. श्रद्धालुओं पर कहीं पुष्प वर्षा तो कहीं उनके लिए जलपान की व्यवस्था की गयी थी. वहीं मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया.
शहर के कुम्हारपट्टी श्रीश्री हनुमान मंदिर से निसान सभा यात्रा निकाली गयी. गाजे-बाजे के साथ निकाली गयी शोभा यात्रा में करीब 800 महिलाओं ने निसान उठाया. मनईटांड़, हावड़ा मोटर होते हुए सभी दोपहर 11.30 बजे जोड़ाफाटक रोड स्थित राम मंदिर पहुंचे. यहां किन्नरों की टोली ने मंदिर में प्रभु श्रीराम के चरणों में निसान अर्पित किये. बाहर युवाओं की टोली जयकारा लगाते हुए भक्ति गीतों पर झूमती दिखी. यात्रा के वापस हनुमान मंदिर पहुंचने पर यहां खिचड़ी भोग का वितरण हुआ. शाम को खीर का भोग लगाया गया. निसान शोभा यात्रा में संजय पासवान, कोषाध्यक्ष आदित्य कुमार पंडित, अजय मंडल, कुंदन कुमार मंडल, अरुण मंडल आदि सक्रिय रहे.
राजस्थानी साफा पहने श्रद्धालुओं ने निकाली भव्य शोभा यात्रा
श्रीराम भक्त मंडल शास्त्रीनगर पश्चिम की ओर से भव्य निशान शोभा यात्रा निकाली गयी. 25 बाइक व स्कूटी पर राजस्थानी साफा पहने महिला-पुरुषों की टोली यात्रा की अगुवायी कर रही थी. वहीं तिरंगा झंडा यात्रा की शोभा बढ़ा रहा था. भगवान श्री राम के रथ के पीछे पीले परिधान में सजी महिलाएं सिर पर साफा पहने थीं. यात्रा में 1101 महिलाओं ने निसान उठाया. शास्त्री नगर से निकली शोभा यात्रा बैंक मोड़, पुराना बाजार पानी टंकी, हावड़ा मोटर होते हुए दोपहर करीब 12 बजे जोड़ाफाटक स्थित राम मंदिर पहुंची. यहां से धनसार मोड़ होते हुए निसान यात्रा मंदिर परिसर पहुंची.
शास्त्री नगर स्थित मंदिर में 551 सुंदर कांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. रात आठ बजे से महाप्रसाद वितरण किया गया. इस दौरान मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. मौके पर संजय सिंह, मन्नित सिंह, त्रिपुरारी वर्णवाल, अनिल गोयल, सुनील अग्रवाल आदि सक्रिय रहे.
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