धनबाद : गैंगस्टर और कोयला तस्करों पर नकेल होगी नये एसएसपी की चुनौती
धनबाद में ग्रामीण एसपी और रेल एसपी रह चुके जनार्दनन पहली जनवरी को संभालेंगे कार्यभार, बढ़ते अपराध के खिलाफ शहर में रह-रह कर होते रहे हैं आंदोलन...
धनबाद ग्रामीण एसपी व रेल एसपी के पद पर रह चुके एचपी जनार्दनन को एसएसपी पद की नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है. नये साल के पहले दिन से ही अपना पदभार ग्रहण करेंगे. वह भले ही धनबाद जिला को बेहतर तरीके से जान रहे हों, लेकिन बदली परिस्थितियों में उनके समक्ष कई चुनौतियां होंगी. हाल के दिनों में जिस तरह से रंगदारी के लिए व्यवसायी को परेशान किया है, उससे आम से लेकर खास लोगों तक में आक्रोश है. बढ़ते अपराध के मुद्दे पर विभिन्न राजनीति पार्टियों से लेकर संगठन अपना विरोध जता चुके हैं. ऐसे में धनबाद में नये एसएसपी से लोगों को काफी उम्मीद होगी.
प्रिंस खान दुबई से चला रहा
वासेपुर का फरार अपराधी प्रिंस खान दुबई में बैठकर धनबाद के व्यापारियों को रंगदारी के लिए धमका रहा है. पैसे नहीं देने वालों पर लगातार फायरिंग की घटनाएं हो रही हैं. धनबाद एसएसपी संजीव कुमार उसके गिरोह के लगभग 150 से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुके हैं, बावजूद इसके प्रिंस का दुस्साहस कम नहीं हुआ है. दुबई से वह लगातार घटनाओं को ऑपरेट कर रहा है. ऐसे में नये एसएसपी के लिए प्रिंस खान पर पूरी तरह से नकेल कसने और उसे दुबई से धनबाद लाना बड़ी चुनौती होगी. इतना ही नहीं नये एसएसपी के लिए आर्थिक अपराध रोकना भी बड़ी चुनौती होगी. हाल के दिनों में कोयला चोरी की घटनाएं बढ़ी है. हालात यहां तक पहुंच गये कि मामले में जिला प्रशासन ने तीन दिनों तक लगातार कार्रवाई कर 72 कोयला लदे ट्रक पकड़े. कोयला तस्करों पर नकेल कसने के लिए भी नये एसएसपी को काम करना होगा.
संजीव कुमार कई बड़ी घटनाओं का कर चुके हैं उद्भेदन
संजीव कुमार धनबाद के एसएसपी के रूप में सबसे ज्यादा समय तक रहे हैं. सात जुलाई 2021 को धनबाद में पदभार ग्रहण किया और एक जनवरी 2023 तक रहेंगे. इस बीच उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया. अपने कार्यकाल में उन्होंने कई बड़ी घटनाओं को उद्भेदन किया. इसके कार्यकाल में जज उत्तम आनंद की की हत्या हुई. मामले के दोनों दोनों आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं मुथुट फाइनांस में डाका कांड को अंजाम दे रहे एक अपराधी को बैंकमोड़ थाना प्रभारी ने मार गिराया था. कई हत्याकांड, रंगदारी के मामले का उद्भेदन हुआ. फरार अपराधी प्रिंस खाने का आर्थिक सहयोग करने वाली एक महिला सहित 10 लोगों को एक साथ गिरफ्तार किया गया था. संजीव कुमार संगठित गिरोह के लगभग दो सौ अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुके हैं.
रंगदारी से पुलिस की हुई किरकिरी
एसएसपी संजीव कुमार के कार्यकाल में रंगदारी और गोली कांड से व्यवसायी परेशान रहे. व्यवसायिययों ने सुरक्षा के मुद्दे पर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. एक दिन का बंद बुलाया गया. इसमें पूरे जिले के व्यवसायियों ने साथ दिया और अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. डॉ समीर कुमार से रंगदारी मांगने के मामले में एसएसपी ने अपराधियों को गिरफ्तार किया. उन्हें सुरक्षा दी. इसके बाद पुन: इनके कार्यकाल में ही मेमको मोड़ स्थित डॉ सर्वमंगला प्रसाद से रंगदारी मांगी गयी. ऐसे में पुलिस के खिलाफ चिकित्सकों ने पुन: मोर्चा खोल दिया है. मामले में आइएमए ने 30 हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.
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