धनबाद : नये साल से उपभोक्ताओं को वाट्सऐप पर मिलेगा बिजली बिल, अंतिम चरण में पहुंचा सॉफ्टवेयर निर्माण का काम
नये साल से धनबाद के उपभोक्ताओं को मोबाइल पर ही बिजली बिल मिलेगा. उपभोक्ताओं को वाट्सऐप पर बिजली बिल भेजने की तैयारी है. इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल), एंड्राइड बेस्ड बिलिंग सॉफ्टवेयर लाने की तैयारी में है.
नये साल से धनबाद के उपभोक्ताओं को मोबाइल पर ही बिजली बिल मिलेगा. उपभोक्ताओं को वाट्सऐप पर बिजली बिल भेजने की तैयारी है. इसके लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल), एंड्राइड बेस्ड बिलिंग सॉफ्टवेयर लाने की तैयारी में है. जेबीवीएनएल अधिकारियों के अनुसार दिल्ली की कंपनी को साॅफ्टवेयर तैयार करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. निर्माण कार्य भी अंतिम चरण में है. अधिकारियों ने नये साल के मार्च माह से योजना शुरू होने का दावा किया है. बता दें अबतक बिलिंग एजेंसी के ऊर्जा मित्र लोगों के घर व प्रतिष्ठानों में जाकर बिल निकालते हैं. घर, प्रतिष्ठान में लगे बिजली के मीटर में यूनिट रीडिंग के आधार पर बिल निकाला जाता है. ऐसे में कई बार घर व प्रतिष्ठान के बंद रहने से लोगों को बिजली बिल नहीं मिल पाता. नई व्यवस्था लागू होने से उपभोक्ताओं को आसानी से उनके मोबाइल पर ही बिल मिल जायेगा.
नयी योजना के लिए दर्ज किया जायेगा उपभोक्ताओं का नंबर
नई योजना काे लागू करने से पूर्व उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर रजिस्ट्रर करना होगा. ऊर्जा मित्रों को इसकी जिम्मेवारी सौंपी गयी है. जेबीवीएनएल अधिकारियों के अनुसार धनबाद एरिया बोर्ड में लगभग साढ़े चार लाख उपभोक्ता हैं. इनमें से करीब डेढ़ लाख के मोबाइल नंबर पहले से रजिस्टर हैं. शेष उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर रजिस्टर किये जायेंगे.
कोरोना काल में शुरू हुई योजना तकनीकी कारणों से की गयी थी बंद
एंड्राइड बेस्ड सेल्फ बिलिंग योजना को नये साल में रीलांच करने की तैयारी है. कोराेना काल में सेल्फ बिलिंग योजना शुरू की गयी थी. लगभग डेढ़ वर्ष योजना चलने के बाद तकनीकी कारणों से इसे बंद कर दिया गया था. इसके तहत उपभोक्ता घर बैठे खुद मीटर की यूनिट रीडिंग की तस्वीर खींच कर मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए बिजली बिल जनरेट कर सकते हैं.