धनबाद में कोयला चोरी रोकने के सिलसिले में कब-कब हुई है भिड़ंत, आम बात है पथराव व गोली चलने की घटना
कोयला चोरी रोकने को लेकर सीआइएसएफ और कोयला तस्करों के बीच लगातार भिड़ंत होती रही है. सीआईएसएफ पर बढ़ते हमले से जवानों में आक्रोश पनप रहा था.
कोयला चोरी रोकने को लेकर सीआइएसएफ और कोयला तस्करों के बीच लगातार भिड़ंत होती रही है. सीआईएसएफ पर बढ़ते हमले से जवानों में आक्रोश पनप रहा था. अक्तूबर 2022 में बीसीसीएल बरोरा एरिया की एएमपी कोलियरी में कोयला चोरी रोकने गये आईएसएफ की क्यूआरटी पर अपराधियों ने हमला कर दिया था.
दोनों ओर से चली गोलीबारी और पत्थरबाजी में एक ओर जहां सीआईएसएफ के कई जवान जख्मी हुए थे तो दूसरी ओर कोयला लेने आया एक ग्रामीण जख्मी हो गया था. अपराधियों ने सीआईएसएफ को काफी दूर खदेड़ दिया था. इस दौरान सीआईएसएफ के अलावा डोजर ऑपरेटर की पिटाई कर दी थी. साथ ही सीआईएसएफ वाहन व बीसीसीएल मशीन को क्षतिग्रस्त किया गया था.
बरोरा पुलिस अवर निरीक्षक अब्दुल मन्नान की शिकायत पर बरोरा थाना कांड संख्या 74/22 जान मारने की नीयत से हमला कर चोट पहुंचाने हथियार छीनने सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने के आरोप में दस नामजद और 200/ 250 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
संगठित होकर होता रहा है हमला :
पांच वर्ष पूर्व डेको आउटसोर्सिंग में सीआईएसएफ की रेड पार्टी पर हमला कर दिया गया था. यहां तक कि मंदरा में सीआईएसएफ की गाड़ी रोककर उसपर लदे दुपहिया वाहन को जबरन उतार लिया गया था. इस मामले में 16 अगस्त को बरोरा थाना कांड संख्या 56/17 में आशीष कुमार के शिकायत पर दो नामजद और 20 /25 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
वर्ष 2021 में बरोरा में सीआईएसएफ जवान पर कोयला चोरों ने हमला कर दिया था. इस मामले में बरोरा पुलिस राजेंद्र सिंह की शिकायत पर बरोरा थाना कांड संख्या 12/21 में अज्ञात लोगों के खिलाफ ड्यूटी के दौरान मारपीट करने तथा सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज किया गया था. पूर्व में भी डेको आउटसोर्सिंग में कई बार सीआईएसएफ से भिड़ंत हुई. यहां तक कि नीय पुलिस पर संगठित हमला हो जाता है.
शताब्दी पैच में एक के पैर में लगी थी गोली :
वर्ष 2021 में पूर्व में भी ब्लॉक दो क्षेत्र के हाजरी घर के पास स्क्रैप लोहा को लेकर धंधेबाजों ने सीआईएसएफ पर बम व गोली चलाये थे. बरोरा थाना क्षेत्र में गत तीन नवंबर को एएमपी कोलियरी के शताब्दी पैच में सीआईएसएफ से हिंसक झड़प के बाद पथराव व फायरिंग से एक के पैर में गोली भी लगी थी. इसके बाद पथराव व दो दर्जनों गोली चलाई गई थी. इस दौरान सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल सहित छह जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. इसकी लिखित शिकायत बरोरा व मधुबन थाना में दर्ज है.
बांसजोड़ा कोलियरी साइडिंग में सीआईएसएफ का जवान हुआ था घायल
बेनीडीह घटना की तरह लोयाबाद थानांतर्गत बांसजोडा कोलियरी साइडिंग में बीते पांच नवंबर को घटना घटित हुई थी. दर्जनों की संख्या में लोगों ने अचानक सीआईएसएफ जवानों पर पर हमला कर दिया था. हमले में अरुण उरांव नामक जवान घायल हो गया था. सीआईएसएफ जवान ने मोर्चा संभाला तो तस्कर मौके से भाग खड़े हुए. बाद में घायल जवान को लोयाबाद क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए केंद्रीय अस्पताल धनबाद रेफर कर दिया. इसके बाद से सीआईएसएफ जवानों में रोष व्याप्त था.
आपस में भी कोयला तस्कर भिड़ते रहे हैं :
कोयला चोरी और तस्करी को लेकर भी कोयला तस्कर आपस में भिड़ते रहे हैं. इस वर्ष नौ अक्तूबर को फुलारीटांड़ में गेैगवार ने हमला किया था. इसमें दो युवक को गोली लगी थी. मधुबन थाना क्षेत्र के खरखरी नारायण धौड़ा में भी हिस्सेदारी को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प हुई थी. इसमें दो दर्जन से अधिक गोली व बम फोड़े गये थे.
फिर भी कोयला का धंधा नहीं हो रहा मंदा :
बाघमारा अनुमंडल क्षेत्र में कोयला चोरी रोकने के सिलसिले में छोटी-बड़ी घटना के बाद दूसरे ही दिन से धंधा दुबारा शुरू हो जाता है. सिडिकेंट के इशारे पर भोले-भाले युवकों को चंद पैसों के लालच में मौत के मुंह में ढकेल दिया जाता है. रात हो या दिन खदानों का मुहाना खोलकर तथा ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में जान जोखिम में डालकर कोयला की अवैध कटाई कर सिडिकेंट के बताए गये स्थानों पर कोयला पहुंचाया जाता है. इसके बाद बड़े वाहनों से डिस्को पेपर के जरिये कोयला अन्यत्र खपाया जाता है.
चोरी-छिपे कर दिया जाता है दाह संस्कार :
अवैध कोयला के धंधा में किसी मजदूर की मौत होने के बाद चोरी-छिपे दाह-संस्कार कर दिया जाता है. घटना के दिन तो घटनास्थल पर सन्नाटा रहता है, पर घटना के दूसरे ही दिन फिर उसी तरह धंधा शुरू हो जाता है.
वेस्ट मोदीडीह में कोयला और डीजल चोरों का आतंक
बीसीसीएल की तेतुलमारी, निचितपुर, वेस्टमोदीडीह कोलियरियों में बढ़ती कोयला चोरी पर अंकुश लगाने में बीसीसीएल की सुरक्षा एजेंसी बौना साबित हो रही है. यह नजारा सड़क मार्ग पर खुलेआम देखा जा रहा है. हालांकि सीआईएसएफ कोयला चोरी रोकने के लिए कोलियरी की तय जगहों पर उसके जवान मुस्तैद हैं, फिर भी कोयला चोरी थम नहीं रही है.
करीब आठ माह पूर्व वेस्टमोदीडीह में संचालित आउटसोर्सिंग से कोयला चोरी रोकने को लेकर सीआईएसएफ तथा स्थानीय पुलिस ने छापेमारी की तो पांडेडीह छह नबंर के ग्रामीणों के साथ नोकझोक, पत्थरबाजी हुई. इसमें एक ग्रामीण तथा एक सीआईएसएफ जवान चोटिल हो गये थे. एकेडब्लुएमसी की भारी मशीनों से डीजल चोरी रोकने के सिलसिले में आये दिन सीआईएसएफ से नोक-झोंक तथा झड़प की सूचना हमेशा मिलती रहती है.
बेनिडीह में कोलकर्मियों से कुछ दिन पहले हुई थी मारपीट :
एक सप्ताह पहले ही बेनीडीह साइडिंग में कोयला चोरी में लगे लोगों ने बीसीसीएल बेनीडीह के कोल कर्मियों के साथ मापीट की घटना को अंजाम दे चुके हैं. कोयला चोरी रोकने के लिए दो कर्मी साइडिंग पहुंचे थे. इस दौरान कोयला चोरी करते कुछ लोग दिखे. कर्मियों ने लोगों को कोयला चोरी करने से रोका तो उन्होंने दोनों के साथ मारपीट शुरू कर दी. कर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाई.