धनबाद के जूस कारोबारी ज्योति रंजन हत्याकांड मामले में दो शूटर गिरफ्तार, छोटा भाई ही निकला षड्यंत्रकर्ता
धनबाद के सॉफ्ट ड्रिंक कारोबारी ज्योति रंजन हत्याकांड मामले में 2 शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता उसका छोटा भाई सौरभ कुमार ही निकला. बता दें कि ज्योति की हत्या 29 सितंबर को ही कर दी गयी थी
राजगंज के साॅफ्ट ड्रिंक कारोबारी ज्योति रंजन की हत्या में पुलिस ने भोजपुर पुलिस की मदद से रविवार को दो शूटरों को गिरफ्तार किया. कार्रवाई के दौरान एक अन्यअपराधी फरार हो गया. गिरफ्तार शूटरों में भोजपुर के चौरी निवासी राहुल कुमार शर्मा और गुलजारपुर निवासी सोनू कुमार राय हैं. वहीं चंदन राय मौके से फरार हो गया. ज्योति की हत्या 29 सितंबर को खरनी स्थित सनसाइन काउंटी कॉलोनी गेट पर गोली मारकर कर दी गयी थी. राजगंज पुलिस दोनों को थाना लाकर पूछताछ कर रही है.
देर रात वरीय पुलिस पदाधिकारी भी राजगंज थाना पहुंच गये थे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों शूटरों ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. बताते चलें कि मृतक ज्योति रंजन का छोटा भाई सौरभ कुमार हत्याकांड का मुख्य षड्यंत्रकर्ता निकला. वहीं उसका साथी श्रीकांत मिश्रा भी इसमें शामिल था. दोनों को पुलिस जेल भेज चुकी है.
हत्या के बाद बाइक से एक शूटर व दो ट्रेन से निकले :
बताया जाता है कि तीनों शूटर 28 सितंबर को भोजपुर से धनबाद पहुंचे थे. बरवाअड्डा के होटल शीला इन के कमरा नंबर-102 में इन्होंने रात बितायी. तीनों के ठहरने की व्यवस्था ज्योति के छोटे भाई सौरभ कुमार व श्रीकांत मिश्रा ने की थी. बिल भुगतान सौरभ ने किया था. घटना को अंजाम देने के बाद तीनों पुनः होटल पहुंचे और रात 09:35 बजे चेकआउट किया.
शूटर राहुल कुमार शर्मा बाइक से भोजपुर के आरा भागा. वहीं सोनू कुमार राय व चंदन राय धनबाद स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर निकले थे, ताकि रास्ते में किसी को कोई शक न हो. घटना में प्रयुक्त हथियार तीनों अपने साथ लाये थे और अंजाम देने के बाद हथियार घटनास्थल के समीप झाड़ी में फेंक दिये. गिरफ्तार शूटरों का अपराध से पुराना नाता रहा है. परिवार के अन्य सदस्य भी अपराध से जुड़े रहे हैं.