बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कॉलेजों में नयी शिक्षा नीति (एनइपी) के तहत यूजी सेमेस्टर तीन (सत्र 2022-26) का रिजल्ट अभी से ही सुधारने की कवायद विवि प्रशासन ने शुरू कर दी है. यूजी सेमेस्टर तीन की परीक्षा फरवरी 2024 में होगी. अब अगर किसी कॉलेज में किसी विषय के शिक्षक नहीं हैं, तो उन्हें क्लस्टर से जोड़ा जाएगा. क्लस्टर में शामिल कॉलेज अब ऐसे विषयों की पढ़ाई ऑनलाइन क्लास के माध्यम से कराएंगे. यह ऑनलाइन क्लास उन कॉलेजों द्वारा संचालित किये जायेंगे, जहां उस विषय के शिक्षक होंगे. यह निर्णय मंगलवार को विवि में एनइपी को-ऑर्डिनेशन की बैठक में लिया गया. प्रभारी कुलपति प्रो (डॉ) पवन कुमार पोद्दार की अध्यक्षता में हई बैठक में विवि के एनइपी को-ऑर्डिनेटर ने नयी शिक्षा नीति को लेकर यूजीसी और मानव संसाधन विभाग से जारी दिशा-निर्देशों से अवगत कराया. सेमेस्टर तीन में मेजर, माइनर, स्किल इंहांस्मेंट कोर्स (एसइसी), मल्टी डिसिप्लिनरी कोर्स (एमडीसी), वैल्यू एडेड कोर्स (वीएसी), एबिलिटी इंहांसमेंट कोर्स (एइसी) विषयों से जुड़ी जानकारियां दी गयी. इस दौरान काॅलेज के प्राचार्य व परीक्षा नियंत्रक से एनइपी को लेकर आ रही समस्या, शंका और समाधान के सुझाव भी लिए गये. बता दें कि इस सत्र की सेमेस्टर एक और दो की परीक्षा में विवि में काफी खराब रिजल्ट हुआ था. इसके साथ ही सेमेस्टर तीन में वोकेशनल और स्किल इंहांस्मेंट कोर्स के लिए कॉलेजों को आधारभूत संरचना के विस्तार करने को लेकर सहमति बनी है.
संबद्ध कॉलेजों ने बतायी पीड़ा
बैठक में कॉलेजों के प्राचार्याें ने कहा कि नई शिक्षा नीति में वोकेशनल कोर्स पर फोकस है. कॉलेजों को वोकेशनल कोर्स शुरू करने को कहा गया पर न फंड उपलब्ध कराया गया है और न शिक्षक. बिना शिक्षक के ही वोकेशनल कोर्स संचालित कर रहे हैं. कॉलेजों में लैब ब्वाय का पद खाली होने से प्रैक्टिकल प्रभावित हो रहा है. सिर्फ थ्योरी के भरोसे छात्र पास कर रहे हैं. कई कॉलेज ऐसे हैं जहां लैब ब्वाय भी नहीं हैं. कॉलेजोें ने कर्मचारियों की कमी दूर करने व वोकेशनल कोर्स के लिए शिक्षक बहाल करने का आग्रह किया.