आशीर्वाद टावर बी ब्लॉक में मंगलवार को हुई अगलगी की घटना में मृत सभी 14 लोगों की शिनाख्त हो गयी है. पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को सभी के शव उनके परिजनों को सौंप दिये गये. इनमें से नौ लोगों का झरिया के बस्ताकोला गोशाला में अंतिम संस्कार किया गया, जबकि दो का बोकारो, दो का बेरमो तथा एक का नवादा (बिहार) स्थित उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया देर रात तक जारी रही.
इस बीच राज्य सरकार ने मृतकों के परिजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है. दूसरी तरफ हाइकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान ले लिया है. मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी. बुधवार को राज्य फॉरेंसिक विभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की तफ्तीश शुरू की. जिस फ्लैट में आग लगी थी उसके मालिक की मौजूदगी में फ्लैट को खंगाला गया. देर शाम स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने लोगों से घटना की जानकारी ली.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) इमरजेंसी वार्ड के बाहर पुलिस द्वारा लगायी गयी तस्वीरों को देख कर परिजनों ने मृतकों की पहचान की. कुछ शव बुरी तरह जल गये थे. उनकी पहचान गहनों तथा कपड़ों के आधार पर परिजनों ने की.
इधर, फ्लैट के लोग गुरुद्वारा और अपने-अपने परिजनों के यहां शरण लिये हुए हैं. फ्लैट के बाहर लोगों की भीड़ थी. सब अपने घर जाना चाहते थे. काफी हुज्जत के बाद उन्हें एक-एक कर अपने-अपने घर में पुलिस के साथ जाने की इजाजत दी गयी. इस पर लोग अंदर गये और अपने-अपने घर को देख और जरूरी सामान लेकर लौट गये.
अगलगी की घटना में मृत 14 लोग सुबोध लाल श्रीवास्तव के बेटी की शादी समारोह में शामिल होने आये थे. मृतकों में सुबोध लाल श्रीवास्तव के पिता विजय लाल (70), पत्नी माला देवी (40), झरिया निवासी उनकी मामी पुतुल देवी (60), गौरी देवी (58), जरीडीह बोकारो की भाभो बेबी देवी (40), साली नवादा की आशा देवी (39), साले की सास बोकारो की सुनीता देवी,
पत्नी की बड़ी बहन की नतिनी इटखोरी निवासी श्रेया (7), रिश्ते में साली बोकारो की सविता देवी (38), साली का बेटा अमन कुमार (7), हजारीबाग की चाची सुशीला देवी (49), जरीडीह बेरमो की चाची बिंदा देवी (65), दामाद की चाची की पोती तन्वी राज (3) के अलावा झरिया की सुशीला देवी व बालिडीह बोकारो की सविता देवी की मौत हो गयी.
धनबाद के आशीर्वाद टावर अगलगी की घटना में 14 लोगों की माैत मामले को झारखंड हाइकोर्ट ने गंभीरता से लिया है. हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुुए इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया है. एक्टिंग चीफ जस्टिस अपरेश कुमार सिंह व जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ ने बुधवार को मीडिया में आयी खबर को गंभीरता से लेते हुए स्वत: संज्ञान लिया.
खंडपीठ ने मामले की सुनवाई के लिए दो फरवरी की तिथि निर्धारित की है. इसमें महाधिवक्ता को उपस्थित रहने को कहा गया है. इससे पूर्व खंडपीठ ने बुधवार को प्रभात खबर सहित अन्य अखबारों की प्रतियां मंगायी. घटना को मर्माहत करनेवाला और दुर्भाग्यपूर्ण बताया गया.
शादी के बाद सुबोध लाल ने अपनी बेटी की विदाई कर दी. बारात में आये सभी लोग दुल्हन लेकर गिरिडीह लौट गये. गिरिडीह में जरूरी रस्म पूरी कर बेटी-दामाद दोनों धनबाद लौटे. सबका रो-रो कर बुरा हाल था.