धनबाद अग्निकांड पर जांच जारी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा, अपार्टमेंट अब भी सील
बुधवार को पहले टावर को जांच के बाद मुक्त करते हुए उसमें रहनेवालों को वहां रहने की अनुमति दे दी, पर उनमें से अधिकांश अब भी वहां रहने नहीं गये हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार हादसे में मारे गये सभी 14 लोगों की मौत जलने व दम घुटने से हुई.
धनबाद के जोड़ा फाटक रोड स्थित आशीर्वाद टावर में मंगलवार 31 जनवरी की रात हुई अगलगी घटना की जांच के लिए गठित प्रशासनिक टीम ने गुरुवार को घटनास्थल की जांच शुरू की. एफएसएल की टीम लगातार दूसरे दिन भी घटनास्थल पर जांच करती रही. घटना के दिन व समय का सीसीटीवी फुटेज देखने के लिए वहां का डीबीआर जब्त किया. इधर, जांच को लेकर अपार्टमेंट के दूसरे टावर को तीसरे दिन भी फ्री नहीं किया गया. लोगों को अंदर जाने की भी अनुमति नहीं है.
इस वजह से टावर टू में रहनेवाले लोगों ने परिजनों या रिश्तेदारों के यहां शरण ले रखा है. हालांकि बुधवार को पहले टावर को जांच के बाद मुक्त करते हुए उसमें रहनेवालों को वहां रहने की अनुमति दे दी, पर उनमें से अधिकांश अब भी वहां रहने नहीं गये हैं. दूसरी ओर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार हादसे में मारे गये सभी 14 लोगों की मौत जलने व दम घुटने से हुई.
हाईकोर्ट में हुई सुनवाई
गौरतलब है कि कल धनबाद के आशीर्वाद टावर व हाजरा क्लिनिक में आग लगने से 19 लोगों की मौत मामले को लेकर झारखंड हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि यह हृदय विदारक व दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. एक्टिंग चीफ जस्टिस अपरेश कुमार सिंह व जस्टिस दीपक राैशन की खंडपीठ ने राज्य सरकार से जानना चाहा कि आगे इस तरह की घटना नहीं हो, इसके लिए क्या कार्रवाई की गयी है.
धनबाद के हाजरा क्लीनिक में भी लगी थी आग
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों धनबाद के हाजरा क्लीनिक व आशीर्वाद टावर में आग लगने से 19 लोगों की मौत हो गयी थी. हाजरा क्लिनिक की घटना में चिकित्सक दंपती सहित पांच व आशीर्वाद टावर की घटना में 14 लोगों (10 महिला, तीन बच्चे व एक बुजुर्ग) की मौत हो गयी थी. दर्जनों लोग झुलस गये थे. मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड हाइकोर्ट ने उसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया था.