Dhanbad Judge murder case update धनबाद : जज उत्तम आनंद मौत मामले की जांच दिल्ली से धनबाद आयी सीबीआइ की टीम प्रथम दृष्टया हत्या मानकर कर रही है. सीबीआइ टीम सीसीटीवी फुटेज पर ही केंद्रित है. जिस तरह से फुटेज में जज साहब को ऑटो से टक्कर मारा दिख रहा है, यह बात सीबीआइ को पच नहीं रही है. इसको लेकर टीम शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट पहुंची. लगभग एक घंटे तक सीजेएम के साथ बैठक की. इसके अलावा कई न्यायिक पदाधिकारियों से भी बातचीत की. टीम में एएसपी विजय शुक्ला, डीआइजी रैंक के अधिकारी के साथ दूसरे अफसर भी मौजूद थे.
एक टीम सीजीएम के पास थी. वहीं एक और टीम ने एसएसपी कार्यालय में एसएसपी संजीव कुमार के साथ बैठक की. घटना से संबंधित कई कागजात खंगाले. वहीं सिंफर ऑडोटोरियम में भी पुलिस के साथ बैठक की गयी. सूत्रों की मानें तो थाना प्रभारी विनय कुमार सहित दूसरों अफसरों से भी घटना के संबंध में पूछताछ की गयी. पूछा गया कि बीच सड़क से ऑटो अचानक किनारे मॉर्निंग वॉक कर रहे जज साहब को टक्कर कैसे मार सकती है.
सीबीआइ ने शुक्रवार को अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी सह सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिखा अग्रवाल की अदालत में आवेदन दायर कर जेल में बंद ऑटो ड्राइवर लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा को पांच दिनों की रिमांड पर देने की मांग की. अदालत ने दोनों को पांच दिनों के रिमांड पर देने की अनुमति दे दी. इस संदर्भ में अदालत ने जेल प्रशासन को भी निर्देश दे दिया.
ऑटो चालक लखन वर्मा व उसका सहयोगी राहुल वर्मा ने एसआइटी को बताया था कि नशे की हालत में उन्होंने ने जज साहब को टक्कर मार दी थी. इसके बाद उनकी मौत हो गयी. गौरतलब हो कि 28 जुलाई 2021 को जज उत्तम आनंद मॉर्निंग वॉक में निकले थे, तभी एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी. इससे उनकी मौत हो गई थी. घटना के बाद उनकी पत्नी कीर्ति आनंद की शिकायत पर धनबाद थाना में अज्ञात पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.