धनबाद : धनबाद के जज उत्तम आनंद मौत मामले में सीबीआइ की नजरें अब कुंती निवास की तरफ घूम गयी हैं. सीबीआइ ने झरिया की पूर्व विधायक कुंती सिंह के छोटे पुत्र सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह समेत तीन लोगों से गुरुवार को सिंफर गेस्ट हाउस में तीन घंटे तक पूछताछ की. इनमें रघुकुल समर्थक पिंटू सिंह भी शामिल थे. सीबीआइ की स्पेशल टीम मौत मामले के उद्भेदन को लेकर लगातार प्रयासरत है.
हालांकि जांच एजेंसी के हाथ अभी तक कुछ विशेष नहीं लगा है. नयी दिल्ली सीबीआइ की विशेष टीम कुछ दिनों पहले ही सरायढेला स्टील गेट स्थित कुंती निवासी में रहने वाले पूर्व विधायक कुंती सिंह के छोटे पुत्र सिद्धार्थ गौतम, जनता मजदूर संघ के केंद्रीय सदस्य सुदामडीह निवासी संजय सिंह व धनबाद के पिंटू सिंह को नोटिस भेजा था. उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
सिद्धार्थ गौतम के साथ संजय सिंह सिंफर स्थित सीबीआइ के कैंप कार्यालय गुरुवार को गये. उनसे लगभग तीन घंटे तक पूछताछ चली. सीबीआइ सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने दोनों से अलग-अलग तरह की कई जानकारी जुटाने का प्रयास किया. इस दौरान रंजय सिंह हत्याकांड और पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह सहित चार लोगों की हत्या के बारे में जानकारी ली. सीबीआइ ने मनीष से जज उत्तम आनंद मामले के बारे में भी पूछा.
वहीं सुदामडीह के संजय सिंह से अलग बैठा कर घटना की जानकारी ली. उनसे पूछा गया कि जज की हत्या के समय वह कहां थे. रंजय के साथ उनका रिश्ता कैसा था. इसके अलावा नीरज सिंह हत्याकांड सहित कई अन्य मामलों के बारे में भी पूछताछ की. रघुकुल समर्थक पिंटू सिंह को भी सीबीआइ की टीम ने गुरुवार को बुलाया था. उनसे भी कई तरह की जानकारी ली गयी.
जज उत्तम आनंद की मौत 28 जुलाई की सुबह रणधीर वर्मा चौक के पास ऑटो की टक्कर से हो गयी थी. घटना के बाद धनबाद पुलिस ने लखन वर्मा व राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया. घटना के बाद दोनों के खिलाफ धनबाद थाना में दो और पाथरडीह थाना में एक मामला दर्ज किया गया. सीबीआइ की टीम झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह के मौसेरे देवर हर्ष सिंह के अलावा कई समर्थकों से पूछताछ कर चुकी है. उसके बाद सीबीआइ की टीम की जांच मेंशन की तरफ जांच मुड़ी. इसके अलावा सीबीआइ धनबाद के कई पुराने हत्याकांड में जुड़े लोगों से भी पूछताछ कर चुकी है.
Posted By: Sameer Oraon