धनबाद के 125 स्कूलों में हैं जरूरत से अधिक टीचर, अब इनका होगा ट्रांसफर

जिला शिक्षा विभाग ने जिले के ऐसे 125 स्कूलों की सूची तैयार की है, जहां जरूरत से 185 शिक्षक अधिक हैं. विभाग ने इनके स्थानांतरण की तैयारी कर ली है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 13, 2022 11:37 AM

Dhanbad Education News: जिला शिक्षा विभाग ने जिले के ऐसे 125 स्कूलों की सूची तैयार की है, जहां जरूरत से 185 शिक्षक अधिक हैं. विभाग ने इनके स्थानांतरण की तैयारी कर ली है. जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार के अनुसार जिन स्कूलों में जरूरत से अधिक शिक्षक हैं, वहां से शिक्षकों को ऐसे विद्यालयों में भेजा जायेगा, जहां शिक्षकों की कमी है.

40 छात्र पर एक शिक्षक होने चाहिए

शिक्षा विभाग से जारी पत्र के अनुसार जिले में 200 से अधिक छात्र वाले 44 स्कूल में 40:1 के अनुपात में शिक्षकों को बांटा जाता है. यानि 40 विद्यार्थी पर एक शिक्षक होने चाहिए. कक्षा एक से पांचवीं तक के स्कूलों के लिए 240 शिक्षकों का पद स्वीकृत है. वहीं छठी से आठवीं कक्षा के स्कूलों में 64 शिक्षकों का पद स्वीकृत है. इसकी तुलना में कक्षा एक से पांचवी में 193 और कक्षा छठी से आठवीं में 26 शिक्षक हैं. वहीं सहायक अध्यापकों की संख्या 139 है. कुल 358 शिक्षक है, जबकि छात्रों की संख्या 11702 है. ऐसे में इन स्कूलों में सिर्फ 290 शिक्षकों की जरूरत है. 68 शिक्षक अधिक हैं.

35:1 के अनुपात में 87 शिक्षक अधिक

जिले में 58 स्कूल में 87 शिक्षक जरूरत से अधिक मिले हैं. हाई स्कूल व मध्य विद्यालय में 200 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले स्कूलों में 35 विद्यार्थी पर एक शिक्षक होना चाहिए. ऐसे में स्वीकृत पद की बात करें तो कक्षा एक से पांचवीं में 199 और कक्षा छठी से आठवीं में 21 है. कक्षा एक से पांचवीं में 122, कक्षा छठी से आठवीं में छह और पारा शिक्षकों की संख्या 137 है, जबकि विद्यार्थियों की संख्या 6461 है. विद्यार्थियों के अनुसार 178 शिक्षक होना चाहिए. 87 शिक्षक जरूरत से अधिक हैं.

सरकारी स्कूलों में पोषण माह पर होंगे कई कार्यक्रम

सरकारी स्कूलों में पोषण माह शुरू हो चुका है. इसके तहत कई कार्यक्रम किये जायेंगे. नौ सितंबर से 13 सितंबर तक स्कूलों में छात्र-छात्राओं द्वारा पोषण से संबंधित शपथ ग्रहण किया जाएगा. वहीं 14 से 16 तक समूह चर्चा, वाद-विवाद आदि के माध्यम से पोषण के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करना. वहीं स्कूलों में बैनर व स्लोगन आदि के माध्यम से पोषण के प्रति जागरूकता लाना है. 19 व 20 सितंबर को पोषण मेला, रैली, नुक्कड़ नाटक, चित्रकला प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जायेगा. 21 सितंबर को किशोरी-बालिकाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए हेल्थ एंड एक्टिविटी क्लब का आयोजन, 22 को स्कूलों में पोषण उद्यान विकसित करने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित करना, 23 को जल संरक्षण एवं प्रबंधन के प्रति जागरुकता शिविर तथा विज्ञान मेला, 24 को अभिभावकों को पोषण की महत्ता बताना, 25 व 26 को पोषण से संबंधित दूरदर्शन पर प्रसारण करना, 27 को भारत सरकार द्वारा माईजीओवी के माध्यम से पोषण जागरुकता अभियान ई-क्वीज, 28 को खेल के माध्यम से बच्चों में पोषण को प्रोत्साहित करना, 29 को खेलो और पढ़ो के तहत खिलौनों के माध्यम से शिक्षा ग्रहण आदि कार्यक्रम होंगे.

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