धनबाद : 25 वर्षों के लिए हुआ बीसीसीएल की मधुबन खदान का एमओयू
सीएमडी ने कहा कि बीसीसीएल निजी कंपनी को हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि एमडीओ मोड में रिवेन्यू शेयरिंग आधार पर यह बीसीसीएल का चौथा अनुबंध है.
भारत में कोकिंग कोयले के उत्पादन को बढ़ाने तथा कंपनी के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए बीसीसीएल ने सोमवार को कंपनी के बरोरा क्षेत्र स्थित मधुबन कोयला खदान के लिए 5.40% राजस्व साझाकरण की दर पर 25 वर्षों की अवधि के लिए मे. आइएमए कंसोर्टियम के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किया. बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता, निदेशक (तकनीकी)/संचालन उदय अनंत कावले, निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैय्या एवं निदेशक (वित्त) आरके सहाय की उपस्थिति में बरोरा क्षेत्र के महाप्रबंधक पीयूष किशोर एवं मे. आइएमए कंसोर्टियम की ओर से बाला सुब्रह्मण्यम ने सोमवार को अनुबंध दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये.
एमडीओ मोड में कंपनी का चौथा एमओयू
उल्लेखनीय है कि मधुबन भूमिगत कोयला खदान 0.45 एमटी वार्षिक कोयला उत्पादन क्षमता के साथ कुल 9.15 एमटी कोयला उत्पादन प्रस्तावित है. सीएमडी ने कहा कि बीसीसीएल निजी कंपनी को हर संभव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि एमडीओ मोड में रिवेन्यू शेयरिंग आधार पर यह बीसीसीएल का चौथा अनुबंध है. बीसीसीएल कोकिंग कोल के उत्पादन में देश की अग्रणी कंपनी है और पिछले पांच दशकों से राष्ट्र की सेवा करने तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में योगदान के लिए सदैव समर्पित है.
टेंडर प्रक्रिया पूरी करने में सीएमसी का महत्वपूर्ण योगदान
टेंडर जारी होने से लेकर अंतिम करार पर हस्ताक्षर होने की संपूर्ण प्रक्रिया में कंपनी के संविदा प्रबंधन विभाग(सीएमसी) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इस अवसर पर सीएमडी और निदेशक मंडल के अलावा महाप्रबंधक (सीएमसी) एनके भारती, महाप्रबंधक अंजनी कुमार, नीरज कुमार, विक्रम कुमार, जितेंद्र कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे.