धनबाद : धूमधाम से मना भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक सामा-चकेवा पर्व
महिलाओं की टोली ने बुराई के प्रतीक चुगला को जलाकर पर्व का समापन किया. भाई-बहन के अटूट प्रेम, ननद-भाभी की नोक-झोंक और पति-पत्नी के प्रेम को दर्शाने वाले सामा-चकेवा पर्व का उल्लास मिथिला भवन में देखने को मिला.
मिथिला के लोक पर्व सामा-चकेवा रविवार को धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर विद्यापति समिति की ओर से तेलीपाड़ा लॉ कॉलेज स्थित मिथिला भवन में सामा-चकेवा पर्व समारोह का आयोजन किया गया था. इस दौरान महिलाओं की टोली ने बुराई के प्रतीक चुगला को जलाकर पर्व का समापन किया. भाई-बहन के अटूट प्रेम, ननद-भाभी की नोक-झोंक और पति-पत्नी के प्रेम को दर्शाने वाले सामा-चकेवा पर्व का उल्लास मिथिला भवन में देखने को मिला. इसमें विभिन्न पात्रों की मूर्तियां बनाकर कई दिनों से घरों में पूजा की जा रही थी. डाला में भाई सामा, बहन चकेवा के अलावा चारूदत्त, चुगला, सतभइया, वन-तीतर, झांझी कुत्ता, वृंदावन और बांसुरी बजाते भगवान कृष्ण की मूर्ति को लेकर महिलाएं पहुंची थी. समारोह के दौरान श्री कृष्ण के चारों ओर अन्य मूर्तियों को रखकर लोक गीत गाये गये. देर रात भवन परिसर में चुगला को जलाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद पीएन सिंह शामिल हुए. कलाकार आशा मिश्रा ने भगवती गीत गाकर समारोह की शुरुआत की. दिल्ली के कलाकार अवनींद्र ठाकुर एवं टीम के साथ स्थानीय कलाकार आशा मिश्रा, कनक झा, पिंकी समेत अन्य ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये. समारोह में समिति के महासचिव अमरनाथ झा, अध्यक्ष जेपी झा, आरके झा, दीपक मिश्रा, अशोक ठाकुर, राजू सिंह, आरएन ठाकुर, एसके मिश्रा आदि थे.
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