धनबाद : चौथे स्तंभ को धमकी, राज्य की दुर्दशा का संकेत
मीडिया देश का चौथा स्तंभ है. चौथे स्तंभ को धमकी मिलने लगे, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि राज्य में लॉ एंड आर्डर नाम की कोई चीज नहीं है.
मीडिया देश का चौथा स्तंभ है. चौथे स्तंभ को धमकी मिलने लगे, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि राज्य में लॉ एंड आर्डर नाम की कोई चीज नहीं है. सवाल उठता है कि जेल में बंद अपराधियों के पास फोन कैसे पहुंचा. इसमें कहीं न कहीं प्रशासन की मिली भगत स्पष्ट नजर आती है. प्रभात खबर के प्रधान संपादक को फोन पर धमकी मामले पर व्यवसायिययों, सामाजिक संगठन के लोगों और राजनीतिक दलों के लोगों ने कड़े शब्दों में निंदा की है.
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प्रधान संपादक को दी गयी धमकी बहुत ही निंदनीय है और चिंता का विषय भी है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दी गयी धमकी के मद्देनजर इडी और सरकार को कड़ी करवाई करनी चाहिए. – प्रभात सुरोलिया, जिलाध्यक्ष धनबाद जिला कांग्रेस व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ
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पूरे राज्य में अपराधियों के आतंक से हालात भयावह हो चुके हैं. क्या पत्रकार, क्या संपादक, क्या डॉक्टर, क्या जनप्रतिनिधि सब चिंतित हैं. देश के चौथे स्तंभ को धमकी राज्य की दुर्दशा का संकेत है. – प्रमोद गोयल, अध्यक्ष, बैंक मोड़ चेंबर
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मीडिया देश का चौथा स्तंभ है, अब अगर अखबार के संपादक को ही धमकी मिलने लगे, तो आम आदमी का क्या होगा. प्रभात खबर के प्रधान संपादक को मिलने वाली धमकी देश चौथे स्तंभ को धमकी है. – सोहराब खान, चेंबर ऑफ कॉमर्स पुराना बाजार
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अपराधियों में डर नाम की चीज नहीं है. चौथे स्तंभ को धमकी दर्शाता है कि राज्य में लॉ एंड आर्डर नाम की चीज नहीं है. जेल से फोन आ रहा है. इससे स्पष्ट है कि प्रशासन के लोग अपराधी से मिले हैं. – सोमनाथ पुर्थी, अध्यक्ष लायंस क्लब
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