रानीबांध के पास होने वाले जल-जमाव से निजात के लिए नाला बनना ही सबसे बेहतर विकल्प है. यह नाला आइआइटी आइएसएम की चहारदीवारी से लेकर सिंफर के समीप मुख्य नाला तक बनाया जाये. यह सुझाव आइआइटी आइएसएम की एक्सपर्ट टीम ने जिला प्रशासन को दिया है. टीम ने इस क्षेत्र की तकनीकी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी है. इसमें बताया है कि धैया रानीबांध से लेकर सिंफर के पास मुख्य नाला तक गहरा नाला बनाना संभव है. यह नाला ढंका हुआ होगा. टीम ने नाला के निर्माण से पहले एक और विस्तृत अध्ययन कराने आवश्यकता बतायी है.
कारगर नहीं होगा संप
आइआइटी आइएसएम के विशेषज्ञों के अनुसार संप के जरिये रानी बांध से सिंफर के मुख्य नाला तक पानी निकालना तकनीकी रूप से काफी जटिल काम है. इसमें पाइप के जाम होने का खतरा बना रहेगा. रानीबांध के पास जल जमाव से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने आइआइटी आइएसएम के विशेषज्ञों की एक टीम का गठन किया था. इससे पहले उपायुक्त वरुण रंजन ने यहां जल जमाव से निजात के लिए संप को बेहतर विकल्प बताया था. अब गेंद जिला प्रशासन के पाले है.