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झारखंड: धनबाद-गोमो रेलखंड पर बड़ा हादसा, 6 ठेका मजदूरों की मौत, जांच कमेटी गठित

सूत्रों के अनुसार बिना शटडाउन लिए रेलवे लाइन के किनारे नया पोल लगाने का काम चल रहा था. पोल के ऊपरी भाग से महज एक से दो फीट की दूरी पर ओवर हेड तार था. ये काम ठेका मजदूर कर रहे थे.

धनबाद/ कतरास/ गोमो. धनबाद-गोमो रेलखंड पर सोमवार को निचितपुर हॉल्ट तथा तेतुलमारी स्टेशन के बीच झारखोर रेलवे क्रॉसिंग के पास बिजली का पोल लगाने के क्रम में करंट लगने से छह ठेका मजदूरों की घटनास्थल पर मौत हो गयी. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेज दिया. रेल प्रशासन ने घटना की जांच का आदेश दिया है. दुर्घटना में मरने वाले अधिकतर मजदूर पलामू व लातेहार के रहने वाले थे. घटना के कारण लगभग 3.20 घंटे अप तथा डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

कैसे घटी घटना

सूत्रों के अनुसार बिना शटडाउन लिए रेलवे लाइन के किनारे नया पोल लगाने का काम चल रहा था. पोल के ऊपरी भाग से महज एक से दो फीट की दूरी पर ओवर हेड तार था. ये काम ठेका मजदूर कर रहे थे. सोमवार डाउन लाइन के पोल नंबर 283/14 तथा 283/16 के बीच इंजीनियरिंग गेट संख्या7/ए/ इ के निकट 11:30 बजे खड़ा करने के दौरान पोल असंतुलित होकर डाउन लाइन के ओवरहेड तार से सट गया, उससे घटनास्थल पर ही छह ठेका मजदूरों की मौत हो गयी. मृतक पलामू, लातेहार तथा इलाहाबाद के बताये जा रहे हैं. घटना की सूचना पाते ही गोमो तथा धनबाद से टावर वैगन कर्मचारी, धनबाद से मेडिकल वैन तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गयी. डीआरएम कमल किशोर सिन्हा, एडीआरएम एके मेहता, वरीय मंडल अभियंता (2) अमित कुमार, वरीय मंडल विद्युत अभियंता (टीआरडी) भजन लाल, वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी मनीष सौरभ समेत कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. ओवरहेड तार को जांच करने के बाद शवों को हटाने का काम शुरू हुआ. दो घंटे से अधिक की मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला जा सका. कई शव मिट्टी के अंदर दफन हो गये थे. इसके बाद परिचालन शुरू करने की अनुमति दी गयी. दोपहर तीन बजे डाउन लाइन पर कालका मेल को पास कराया गया, वहीं अप लाइन पर 3.05 बजे मालगाड़ी गुजरी.

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गति शक्ति का चल रहा है काम

रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना गति शक्ति योजना के तहत प्रधानखांटा से गया तक एचओई, एसएसपी समेत अन्य काम चल रहा है. रेल विकास निगम लिमिटेड कंपनी के अंदर में इसका ठेका कोलकाता की संजय-शिखा एजेंसी को दी गयी है. इस काम के लिए करीब 120 करोड़ रुपये का टेंडर हुआ है. इसी के तहत काम कराया जा रहा है. ट्रेनों की स्पीड 120 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे करने के लिए काम चल रहा था.

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काम के समय नहीं था विभाग का कोई इंजीनियर

एचओइ के लिए पोल लगाने का काम किया जा रहा था, लेकिन इसके लिए ना ही शटडाउन लिया गया और ना ही काम कराने के लिए वहां टीआरडी का इंजीनियर मौजूद था, जबकि नियम है कि काम के दौरान टीआरडी का एक इंजीनियर वहां मौजूद रहेगा. शटडाउन लेकर काम कराया जाना है. काम पूरा होने के बाद इंजीनियर को शटडाउन वापस करना है. इसके बाद लाइन को चालू किया जाना चाहिए था, लेकिन रेलवे की ओर से इसका पालन नहीं किया गया. इसका खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ा. बताया जा रहा है कि अलग-अलग जगहों पर एजेंसी द्वारा छह माह से काम किया जा रहा है. बिना शटडाउन के ही काम होता आ रहा है.

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बिना किसी सुरक्षा उपकरण के चल रहा था काम

काम के लिए किसी प्रकार के उपकरण का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था, जबकि पोल झुके नहीं या फिर ओवर हेड तार को नुकसान पहुंचाए बिना काम हो, इसके लिए किरान समेत अन्य उपकरण होना चाहिए था, लेकिन यहां सिर्फ मजदूरों के भरोसे ही काम हो रहा था.

रुकी रहीं ट्रेनें

घटना की सूचना पाते ही अधिकारियों के निर्देश पर डाउन लाइन के ओवरहेड तार की विद्युत आपूर्ति 11:35 बजे तथा अप लाइन के ओवरहेड तार की विद्युतापूर्ति 11:45 बजे बंद कर दी गयी. भूली हॉल्ट से मतारी स्टेशन तक विद्युतापूर्ती बाधित रही. उससे अप तथा डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया. गोमो स्टेशन पर डाउन अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस तथा गया आसनसोल ईएमयू, मतारी स्टेशन पर डाउन नेताजी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं. इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई.

प्रथम दृष्टया लापरवाही का मामला : डीआरएम

धनबाद के मंडल रेल प्रबंधक कमल किशोर सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि बड़ा काम करने के लिए पावर ब्लॉक लेना चाहिए था. प्रथमदृष्टया लापरवाही का मामला प्रतीत होता है. घटना की जांच शुरू कर दी गयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विशेष कुछ कहा जा सकता है.

मृतकों की सूची

(1) संजय भुईया(28 वर्ष), पिता कैलाश भुइयां, ग्राम मीरवाई कला, थाना बरवाडीह, जिला लातेहार

(2) गोविंद सिंह (30 वर्ष), पिता स्वर्गीय जग्गू सिंह, पता घ़ोरी सतबरवा, जिला पलामू

(3) दिनेश भुईयां (30 वर्ष), पिता फलू भुइयां, पता ग्राम फुलगारा, जिला लातेहार

(4) श्याम देव सिंह (45 वर्ष) पिता स्वर्गीय जग्गू सिंह, ग्राम घोरी सतबरवा, जिला पलामू

(5) सुरेश मिस्त्री (50 वर्ष), पता इलाहाबाद

(6) धर्मनाथ मांझी (40 वर्ष)

पानी भर रही बच्ची हुई बोहोश

घटना स्थल से 30 कदम की दूरी पर चापानल से पानी निकाल रही झारखोर बस्ती के गणेश सिंह की पुत्री निशा कुमारी (18 वर्ष) भी करंट की चपेट में आ गयी. वह अचेतावस्था में गिर पड़ी. उसे किसी तरह होश में लाया गया.

…और गेटमैन ने कटवायी बिजली

फाटक के गैटमेन प्रफुल्ल मंडल ने बताया कि पोल को यहां गाड़ा जा रहा था. मजदूर काम पर लगे थे. सबकुछ ठीक चल रहा था. 11 बजकर 22 मिनट हो रहा होगा. उसी समय डाउन लाइन में हो रहे कार्य के दौरान अचानक पोल रेलवे के 25 हजार वॉल्ट के ओवरहेड तार में जा गिरा. ऐसी आवाज और आग की लपटे उठीं कि उसको बयां नहीं कर सकते हैं. वह दौड़ा-दौड़ा फाटक से बाहर निकल कर निचितपुर के स्टेशन मास्टर को सूचना देकर पावर को कट करवाया. तब-तक 6 मजदूरों की जान चली गयी. इस फाटक में 12-12 घंटे की दो गैटमेन की ड्यूटी है. इस घटना के बाद यहां रात को रहना मुश्किल हो जायेगा. उस विभाग से मांग करते हैं कि रात को दो लोगों की ड्यूटी दी जाये.

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