एमएसएमइ व बीसीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वेंडर डेवलपमेंट कार्यक्रम सह औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन 21 व 22 दिसंबर को कोयला नगर स्थित नेहरू कॉम्पलेक्स ग्राउंड में किया जा रहा है. इसमें 100 से अधिक एमएसएमइ उद्यमियों के शामिल होने की उम्मीद है. यह जानकारी एमएसएमइ-विकास कार्यालय, रांची के संयुक्त निदेशक व कार्यालय प्रमुख इंद्रजीत यादव ने बुधवार को कोयला भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य भारत सरकार के एमएसएमइ मंत्रालय द्वारा एमएसएमइ इकाइयों पर लागू की गई सार्वजनिक क्रय नीति-2012 के बारे में वृहद रूप से जानकारी देना व जागरूक करना है. सार्वजनिक क्रय नीति-2012 के अंतर्गत केंद्र सरकार के समस्त विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को अपने वार्षिक क्रय का कम से कम 25 प्रतिशत सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों से क्रय करना अनिवार्य कर दिया गया है. इसमें से महिलाओं के स्वामित्व वाले सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों से तीन प्रतिशत, अनुसूचित जाति व जनजाति के स्वामित्व वाले सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों से चार प्रतिशत का लक्ष्य निर्देशित किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में सूक्ष्म व लघु उद्यमियों द्वारा उत्पादित वस्तुओं व सेवाओं की प्रदर्शनी लगायी जायेगी. इससे ये उद्यमी अपनी क्षमता एवं कौशल का प्रदर्शन कर सकेंगे. साथ ही उनके लिए विपणन के नए मार्ग प्रशस्त होंगे. साथ ही सूक्ष्म व लघु उद्यमियों को इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अधिकारियों से सीधे वार्तालाप करने का अवसर मिलेगा. इससे वे इन विभागों के वेंडर पंजीकरण की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और इन विभागों को अपने उत्पाद विक्रय कर सकेंगे.
एमएसएमइ से 58 करोड़ के गुड्स की खरीदारी : डीएफ
बीसीसीएल के निदेशक वित्त(डीएम) राकेश कुमार सहाय ने बताया कि हमारा लक्ष्य है अधिक से अधिक खरीद मध्यम व लघु उद्यमों से करें. बीसीसीएल अपनी खरीद प्रक्रिया में मध्यम व लघु उद्योग को प्रोत्साहन देने का कार्य करता है. हम समय-समय पर वेंडर विकास कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं. चालू वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी नवंबर माह तक करीब 58.68 करोड़ रुपये के गुड्स की खरीदारी एमएसएमइ से की है. जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में 54.28 करोड़, 2021-22 में 58.21 करोड़ व 2022-23 में 77.43 करोड़ रुपये के गुड्स की खरीदारी बीसीसीएल ने एमएमएमइ से की है. इस दौरान उन्होंने मध्यम व लघु उद्योगों से अपील करते हुए 21-22 दिसंबर को आयोजित होने वाले दो दिवसीय विक्रेता विकास कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की है. बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया ने बताया कि बीसीसीएल लंबे समय से एमएसएमई के सहयोगी के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है. हम मध्यम व लघु उद्योगों के विकास के लिए विभिन्न प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शी कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं. बीसीसीएल सदैव निर्धारित लक्ष्य से अधिक की खरीद मध्यम व लघु उद्योगों से करने का प्रयास करता आया है. मध्यम व लघु उद्योगों के विकास से ही राष्ट्र के विकास का मार्ग प्रशस्त होता है.
इन कंपनियों के लगेंगे स्टाॅल
दो दिवसीय वेंडर डेवलपमेंट कार्यक्रम सह औद्योगिक प्रदर्शनी में केंद्र सरकार के विभागों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसयूज) जैसे बीसीसीएल, सेल-बोकारो स्टील प्लांट, पूर्व मध्य रेलवे-धनबाद मंडल, गेल-रांची, बीपीएससीएल-बोकारो, इंडियन ऑयल (आइओसीएल), एचयूआरएल-सिंदरी, यूसीआइएल, नेशनल एसटी/एससी हब, रांची, इत्यादि द्वारा करीब 70-80 स्टॉल लगाये जायेंगे. इसके माध्यम से वे अपने विभागों की क्रय प्रक्रिया, वेंडर पंजीकरण व क्रय किए जाने वाले उत्पादों की जानकारी प्रदान करेंगे. जेम विभाग की ओर से भी प्रस्तुति दी जायेगी. क्रेता-विक्रेता मिलन का भी आयोजन किया जायेगा. एमएसएमइ-विकास कार्यालय धनबाद शाखा के सहायक निदेशक दीपक कुमार ने व कार्यक्रम के संयोजक सुजीत कुमार ने बताया कि वैसे सभी एमएसएमइ इकाई जिन्होंने उद्यम पंजीकरण कराया है. इनके पास यूएएम प्रमाण पत्र उपलब्ध है. उनका इस विक्रेता विकास कार्यक्रम (वीडीपी) सह औद्योगिक प्रदर्शनी में स्वागत है. इस कार्यक्रम में धनबाद जिले व आसपास के क्षेत्रों के उद्योग संघों, चेंबर्स के सहयोग से लगभग 100 से ज्यादा एमएसएमइ उद्यमियों के शामिल होने की संभावना है.
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