आंदोलन से ठप रही शहर की जलापूर्ति, पानी के लिए परेशान रहे 12 लाख लोग, वार्ता आज
धनबाद : वेतन की मांग को लेकर जमाडाकर्मियों का कार्य बहिष्कार आंदोलन गुरुवार से शुरू हुआ. इस कारण शहर की जलापूर्ति पूरी तरह ठप रही. झरिया, कतरास, केंदुआ-करकेंद, भूली सहित अन्य क्षेत्रों में रहनेवाले लगभग 12 लाख की आबादी को पानी नहीं मिला. आज इनसे वार्ता की जायेगी.
धनबाद : वेतन की मांग को लेकर जमाडाकर्मियों का कार्य बहिष्कार आंदोलन गुरुवार से शुरू हुआ. इस कारण शहर की जलापूर्ति पूरी तरह ठप रही. झरिया, कतरास, केंदुआ-करकेंद, भूली सहित अन्य क्षेत्रों में रहनेवाले लगभग 12 लाख की आबादी को पानी नहीं मिला. आज इनसे वार्ता की जायेगी.
ऑफिस में बाबू तो आये, लेकिन सिर्फ उपस्थिति दर्ज की. जमाडा के धनबाद, झरिया, जामाडोबा, केंदुआ-करकेंद व कतरास कार्यालय की यही स्थिति थी. आंदोलन की अगुआइ कर रहे जमाडाकर्मी मो असलम ने कहा कि सभी कर्मचारी एकजुट हैं. जब तक मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा.
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तोपचांची, कतरास, भटमुड़ना, छाताबाद, सिजुआ में 70 हजार, और झरिया में करीब 10 लाख लोगों को पानी नहीं मिल सका. इसके अलावा केंदुआ, गोधर, गंसाडीह, कुर्मिडीह, बसेरिया सहित आस-पास के इलाकों में रहने वाले 40 हजार से ज्यादा लोगों को पानी नहीं मिला.
जमाडा के एमडी दिलीप कुमार गुरुवार को देर शाम तक कार्यालय में वार्ता के लिए बैठे रहे, लेकिन आंदोलन के नेतृत्वकर्ता नहीं पहुंचे. श्री कुमार ने कहा कि शाम चार बजे वार्ता का समय दिया गया था, लेकिन कोई नहीं आया. शाम सात बजे तक इंतजार किया गया. इधर, मो असलम ने कहा कि गुरुवार को सुबह तकनीकी सदस्य इंद्रेश शुक्ला जामाडोबा आये थे. तकनीकी सदस्य के व्यवहार से कर्मचारी नाराज हैं. वार्ता के लिए तकनीकी सदस्य का पत्र आया था. इसलिए वे नहीं गये. जब तक एमडी वार्ता के लिए नहीं बुलायेंगे, कोई नहीं जायेगा. शाम चार बजकर 35 मिनट पर प्रबंध निदेशक का पत्र आया. देर शाम पत्र आने के कारण वार्ता नहीं हुई. मो असलम ने कहा कि आज 11 बजे वार्ता का समय दिया गया है. अगर वार्ता साकारात्मक होगी, तभी आंदोलन वापस लिया जायेगा.
Posted By : Guru Swarup Mishra