चाइनीज ऐप को करारा जवाब : झारखंड के युवाओं का एप्लीकेशन मचा रहा धूम
चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद इनके भारतीय विकल्प की तलाश शुरू हो गयी है. धनबाद के दो युवाओं द्वारा तैयार एप्लीकेशन दूसरे देशों और भाषाओं में काफी बेहतर काम कर रहा है
अशोक कुमार, धनबाद : चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने 59 चाइनीज ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके बाद इनके भारतीय विकल्प की तलाश शुरू हो गयी है. धनबाद के दो युवाओं द्वारा तैयार एप्लीकेशन दूसरे देशों और भाषाओं में काफी बेहतर काम कर रहा है, लेकिन अपने ही घर में पहचान के लिए इन्हें जूझना पड़ रहा है. धनबाद के युवाओं द्वारा तैयार ऐसे ही दो एप्लीकेशन हैं स्ट्रीटबज और 13टैब.
स्ट्रीटबज एक तरह से वाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक का मिक्स वर्जन है. यह चाइनीज एप्लीकेशन यूवीडियो, यूसी न्यूज और वीइबो का बेहतर विकल्प है. यह वेबसाइट और एप्लीकेशन वर्जन दोनों पर मौजूद है. इस पर 50 एमबी तक वीडियो या ट्विटर की तरह बात लिख कर शेयर कर सकते हैं.
यहां फर्क सिर्फ इतना है कि इस प्लेटफॉर्म पर शब्द सीमा नहीं है. धनबाद मनईटांड़ की रहनेवाली जूही अंशु ने इस एप्लीकेशन को 2016 में लांच किया था. उनकी कंपनी अन्हा टेक्नोलॉजी इसके बेहतर एप्लीकेशन वर्जन पर काम कर रही है. इस काम को करने के लिए बेंगलुरु में उनकी एक पूरी टीम लगी है, जो अगले कुछ दिनों में गूगल प्ले स्टोर पर आम लोगों के लिए उपलब्ध हो जायेगा.
अभी उनका यह प्लेटफार्म झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश लोगों के बीच प्रसिद्ध है. अभी हर महीने स्ट्रीटबज का पांच करोड़ से अधिक व्यूअरशिप है. इस प्लेटफॉर्म पर कोई भी यूट्यूब की तरह अपना चैनल शुरू कर सकता है. उनके चैनल को अच्छे व्यूअरशिप पर पैसे भी दिये जा रहे हैं. रांची, धनबाद, पटना, लखनऊ, हैदराबाद में कुछ लोगों ने अपना चैनल शुरू किया है. इसके जरिए वे कमा भी रहे हैं.
13 टैब ब्राउजर, फेक न्यूज चेक करने का बेहतर प्लेटफॉर्म : धनबाद के लोहारकुल्ही के रहनेवाले दो भाइयों सागर मिश्रा और वरुण मिश्रा द्वारा तैयार 13 टैब एक सर्चइंजन है. इसे दोनों भाइयों ने एक वर्ष पहले 2019 में लांच किया था. एक वर्ष के अंदर ही उनका सर्च इंजन लैटिन अमेरिकी देशों में हिट हो गया है. अभी सर्च इंजन का इस्तेमाल 59 देशों में 30 लाख से अधिक लोग कर रहे हैं. इस सर्च इंजन ने एक वर्ष में फेक न्यूज को ट्रैक करने में महारत हासिल कर ली है.
सागर मिश्रा बताते हैं कि उनलोगों ने नेशनल एसोसिएशन फॉर सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेस कंपनी (नैसकॉम) के लिए चैलेंज के दौर में फेक न्यूज ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसे अब लोग काफी पसंद कर रहे हैं. मिश्रा बंधु अपने सर्च इंजन के और एडवांस एंड्रायड एप्लीकेशन पर काम कर रहे हैं.
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13 टैब तैयार किया धनबाद के लोहारकुल्ही के रहनेवाले दो भाई सागर मिश्रा और वरुण मिश्रा ने.
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धनबाद के युवाओं ने तैयार किये दो एप्लीकेशन स्ट्रीटबज और 13 टैब
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धनबाद मनईटांड़ की रहनेवाली जूही अंशु ने स्ट्रीटबज एप्लीकेशन को 2016 में लांच किया था
Posted by : Pritish Sahay