Dhanteras 2021: काशी में 2 नवंबर से अन्नपूर्णा मां के दर्शन, तीनों देवियों का आशीर्वाद करेगा कल्याण
Dhanteras 2021: काशी में चार दिवसीय स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा का दर्शन दो नवंबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चलेगा. आम लोगों के लिए सालभर में चार दिन ही माता अन्नपूर्णा के मंदिर का कपाट दर्शनों के लिए खोला जाता है.
Dhanteras 2021: हर साल दीवाली के पहले धनतेरस को लेकर खास उत्साह देखने को मिलता है. इस साल भी धनतेरस से शुरू होने वाली स्वर्णमयी अन्नपूर्णा माता का दर्शन भक्तों के लिए चार दिनों तक अनवरत चलेगा. चार दिवसीय स्वर्णमयी माता अन्नपूर्णा का दर्शन दो नवंबर से शुरू होकर 5 नवंबर तक चलेगा. आम लोगों के लिए सालभर में चार दिन ही माता अन्नपूर्णा के मंदिर का कपाट दर्शनों के लिए खोला जाता है. इस दौरान माता अन्नपूर्णा के खजाने का वितरण प्रसाद स्वरूप सभी भक्तों में किया जाता है. चार दिवसीय दर्शन पूजन के बारे में मंदिर के महंत ने खास जानकारियां भी साझा की.
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अन्नपूर्णा मंदिर में चार दिनों का खास आयोजन
माता अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी की मानें तो सालभर में चार दिनों तक दर्शन-पूजन होता है. धनतेरस, दीवाली और अन्नकूट के दिन. इस बार 2 नवंबर को धनतेरस का त्योहार है. इसी दिन सुबह चार बजे माता की पूजा-अर्चना होगी. मंदिर का कपाट खोलकर महाआरती की जाएगी. इस दौरान खजाने की पूजा होगी. करीब एक घंटे पूजा-अर्चना के बाद से पांच बजे आम जनता के लिए माता के दर्शनों को प्रवेश देना शुरू हो जाएगा. माता के खजाने को आम भक्तों के बीच वितरित भी किया जाएगा.
चार दिनों तक गाइडलाइंस पर विशेष जोर
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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
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मंदिर में मास्क पहनकर दर्शन के लिए आएं.
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मंदिर के ऑफिस से मास्क ले सकते हैं.
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मेडिकल इमरजेंसी को देखते हुए टीम की तैनाती.
माता के दर्शन से मिलेगी कर्ज से मुक्ति
काशी के प्रो. राम नारायण द्विवेदी बताते हैं कि इस बार कई संयोग एक साथ बन रहे हैं. भव्म प्रदोष सहित धन त्रयोदशी जयंती एकसाथ पड़ रही है. धन्वंतरि जयंती के दिन आयुष्य और आरोग्य के देवता को पूजने का विधान है. वाराणसी का अन्नपूर्णा मंदिर भारत में अकेला है, जहां तीनों देवियां साथ में विराजित हैं. माता अन्नपूर्णेश्वरी, माता भूमि देवी, माता लक्ष्मी साथ विराजित हैं. तीनों देवियों का जो भी व्यक्ति साथ में दर्शन करता है उसके जीवन में सुख-समृद्धि, ऐश्वर्य में वृद्धि होती है. धन-धान्य की कमी नहीं रहती हैं.
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इस बार महासंयोग बन रहा है. भव्म प्रदोष, वयपिनी त्रयोदशी एक साथ योग में प्राप्त हो रही है. इस दिन माता का दर्शन करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है. भगवती माता अन्नपूर्णा की प्रातः 4 बजे आरती करने के बाद आम जनता और भक्तों के लिए प्रातः 5 बजे दर्शन के लिए मंदिर खोला जाएगा. खजाने का वितरण महंत शंकर पुरी महाराज के हाथों होगा. भक्त आनंद और सुख अनुभव करें, इसके लिए कोविड-19 गाइडलाइंस लागू किया गया. लोगों से गाइडलाइंस मानने की अपील की गई है.
(रिपोर्ट: विपिन सिंह, वाराणसी)