Loading election data...

Dhanteras 2022: पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम से 50,000 गेंदा फूल का माला पहुंचेगा जमशेदपुर बाजार

धनतेरस से लेकर महापर्व छठ पूजा तक फूलों का डिमांड रहेगा. इसको देखते हुए पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम से 50 हजार गेंदा फूल का माला शनिवार को जमशेदपुर के विभिन्न बाजार में पहुंच रहा है. फूलों की खेती से कई किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं.

By Samir Ranjan | October 21, 2022 9:48 PM
an image

Dhanteras 2022: पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत पटमदा एवं बोड़ाम क्षेत्र के किसान जमशेदपुर वासियों को सिर्फ सब्जी ही नहीं खिलाते, बल्कि फूलों की महक भी इन्हें अपनी ओर खींच रहे हैं. दोनों प्रखंड के डेढ़ दर्जन किसानों द्वारा 12 एकड़ जमीन पर इन दिनों गेंदा फूल की खेती की गयी है, जो देखने लायक है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता एवं कोलाघाट से आने वाले गेंदा फूल अब पटमदा से भी आने लगे हैं. इससे सिर्फ किसानों को ही नहीं, बल्कि फूल व्यवसायियों को भी इसका लाभ मिलने लगा है. किसानों द्वारा किए गए गेंदा फूल की खेती से तैयार 50,000 गेंदा फूल का माला धनतेरस के मौके पर शनिवार को जमशेदपुर शहर के विभिन्न बाजारों में पहुंचेगा.

Dhanteras 2022: पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम से 50,000 गेंदा फूल का माला पहुंचेगा जमशेदपुर बाजार 3

एक सप्ताह पूर्व ही गेंदा फूल माला की हुई बुकिंग

किसानों द्वारा फूल का माला तैयार करने का यह सिलसिला धनतेरस, लक्ष्मी पूजा, कालीपूजा एवं छठ पूजा तक यह  जारी रहेगा. पटमदा एवं बोड़ाम के किसानों द्वारा तैयार गेंदा फूल की माला सप्ताह भर पूर्व ही शहर के फूल व्यवसायियों द्वारा बुकिंग कर ली गई है. यहां तक की फूल माला की किल्लत न हो इसके लिए क्षेत्र के किसानों द्वारा तैयार किए गए गेंदा फूल की माला बिष्टुपुर स्थित कोल्ड स्टोरेज में भी शहर के व्यवसायियों द्वारा रखे गये हैं.

Dhanteras 2022: पूर्वी सिंहभूम के पटमदा और बोड़ाम से 50,000 गेंदा फूल का माला पहुंचेगा जमशेदपुर बाजार 4

गेंदा फूल की खेती से युवा हो रहे लाभान्वित

खेत से फूल तोड़ने एवं घरों में बैठकर माला बनाने में इन दिनों बच्चे, बड़े एवं बुजुर्ग सभी जोर-शोर से लगे हुए हैं. क्षेत्र के किसान प्रत्येक दिन फूल माला बेच कर 15 से 20 हजार रुपये की आमदनी करते हैं. इन दिनों पटमदा के लावा, नोवाडीह, लच्छीपुर, कुमीर एवं बोड़ाम के मुचीडीह, बाघरा, रसिकनगर, कोईयानी, बड़ासुशनी, दुंदु आदि गांव में फूल की खेती की गई है. गेंदा फूल की खेती कर क्षेत्र के युवा काफी लाभान्वित हो रहे हैं.

रिपोर्ट : दिलीप पोद्दार, पटमदा, पूर्वी सिंहभूम.

Exit mobile version