Aligarh News: दीपावली के पांच त्योहार धनतेरस, नरक चौदस, दीपावली, गोवर्धन, भैय्या दूज को और शुभ बनाने के लिए श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान अध्यक्ष और ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने प्रभात खबर से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि त्योहारों को शुभ तरीके से और शुभ समय में करने से दीपावली के पांच दिवसीय त्योहारों को और शुभ बनाया जा सकता है.
ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि धनतेरस पर धन के देवता कुबेर, यम और औषधि के देव धनवंतरी के पूजन का विधान है. इस दिन खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त सुबह 9:30 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक, दोपहर 3:30 बजे से 5:00 बजे तक और रात में 8:00 से 9:30 बजे तक है. पूजा सायं 6:37 से 8:34 के बीच करना शुभ रहेगा.
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नरक चौदस को छोटी दीपावली भी कहते हैं. इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया था. दीपदान के लिए सर्वश्रेष्ठ समय सायं 6:15 से रात 9:05 तक मिलेगा.
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दीपावली पर्व में पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय धनु और मकर लग्न में सुबह 09:49 से 01:37 तक, इसके बाद शाम 5 बजकर 33 मिनट से 06:10 मिनट तक मेष लग्न प्रदोष काल रहेगा. इसे पूजा-पाठ के लिए सर्वश्रेष्ठ उत्तम समय कहा जाएगा. इसके बाद मिथुन लग्न में रात्रि 8:03 से रात्रि 10:17 मिनट के लिए ‘लाभ उद्देग’ के दो चौघड़िया मुहूर्त होंगे, जिसमें हर प्रकार का पूजा पाठ शुभ मान्य रहेगा.
गोवर्धन पूजा या अन्नकूट की पूजा का शुभ मुहूर्त सायं 4:30 से 5:45 तक रहेगा. इसके बाद सायं 08:00 बजे से 9:30 तक भी गोवर्धन पूजा का उत्तम समय रहेगा.
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भैय्या दूज या भाई दूज भी राखी की तरह भाई-बहन को समर्पित होता है. भाई दूज पर अपने भाईयों के तिलक टीका करने का शुभ मुहूर्त प्रातः 8:00 बजे से 9:30 बजे रहेगा. इसके बाद दोपहर 12:00 बजे से 4:30 बजे तक ‘चर लाभ अमृत’ के तीन बहुत ही बेहतरीन मुहूर्त उपलब्ध होंगे. इस मूहुर्त में बहनें अपने भाइयों का तिलक करें.
रिपोर्ट- चमन शर्मा, अलीगढ़