मेदिनीनगर (पलामू) सैकत चटर्जी: पलामू में इन दिनों धार्मिक आस्था और भक्ति की बयार बह रही है. राष्ट्रीय परशुराम सेना द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सह यज्ञ को लेकर अंतरराष्ट्रीय कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर पलामू आए हुए हैं. 21 नवंबर से यह कार्यक्रम मेदिनीनगर के हाउसिंग कॉलोनी में हो रहा है. यह 28 दिसंबर तक चलेगा. इसी बीच पलामू में बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री के आगमन की तिथि की घोषणा भी आयोजकों द्वारा कर दी गयी है. यह आयोजन भव्य हो, इसे लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. पलामू जिला प्रशासन द्वारा हालांकि आयोजन करने को लेकर हरी झंडी दी गयी है, पर आयोजकों का कहना है कि इसमें कुछ अड़चनें भी हैं, जिससे आयोजन में बाधा उत्पन्न होगी. अब इन अड़चनों को दूर करने के लिए आयोजन समिति के संयोजक व निगम की प्रथम मेयर अरुणा शंकर पलामू के उपायुक्त से मिलकर बातचीत करेंगी.
जानिए कब है बागेश्वर धाम वाले बाबा का कार्यक्रम
आयोजन समिति की ओर से जानकारी दी गई है कि बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री 10 से 13 दिसंबर तक पलामू में रहेंगे. प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर की जोड़ पंचायत के खानवा मैदान में यह कार्यक्रम किया जाएगा. शाम से रात तक बाबा का दरबार लगेगा. बाबा के दरबार में अर्जी भी लगाई जा सकेगी. इसके लिए भी दिशा निर्देश शीघ्र ही जारी किया जाएगा. दरबार के अलावा हनुमान कथा का भी कार्यक्रम होगा.
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कैसे जाया जा सकेगा आयोजन स्थल पर
यह आयोजन जोड़ पंचायत के खानवा में अमानत नदी के किनारे किया जा रहा है. मुख्यालय मेदिनीनगर से आयोजन स्थल की दूरी करीब सात किलोमीटर है. शहर के रेड़मा या निमिया बिस्फुटा चौक होते हुए बैरिया चौक आकर टीवी टावर रोड से सीधे जोड़ होते हुए खानवा में आयोजन स्थल तक सड़क मार्ग से पंहुचा जा सकता है. निजी गाड़ियों के अलावा यहां आने जाने के लिए ऑटो, टोटो जीप या अन्य छोटी गाड़ियां भी उपलब्ध हैं.
जानिए क्या आ रही हैं अड़चनें
गुरुवार को श्री हनुमंत कथा आयोजन समिति की संयोजक सह निगम की प्रथम मेयर अरुणा शंकर ने प्रेस वार्ता कर कहा कि पलामू प्रशासन ने धीरेंद्र शास्त्री जी महाराज (बागेश्वर धाम) के कार्यक्रम के लिए 10 से 13 दिसंबर तक के लिए अनुमति प्रदान की है, जो ख़ुशी की बात है, पर इसमें कुछ विसंगतियां भी हैं. इससे आयोजन करने में अड़चन पैदा होगी. अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जो स्वीकृति प्रदान की गई है, वह 20 शर्तों के साथ है, जिसमें चार शर्तों पर पुनर्विचार करने के लिए उपायुक्त पलामू से मिलने का निर्णय लिया गया है. इसके लिए एक बैठक की गयी, जिसमें आयोजन समिति के सचिव दिना, सदस्य नितेश सिंह, अतुल कुमार अखौरी, मंटू सिन्हा एवं कमलेश सिंह उपस्थित थे.
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इन चार बिंदुओं पर होगी प्रशासन से वार्ता
आयोजन समिति की ओर से बताया गया कि प्रशासन की पहली शर्त के अनुसार ध्वनि यंत्र का उपयोग रात्रि 8 बजे तक करने का निर्देश दिया गया है, जबकि धीरेंद्र शास्त्री जी की कथा ही रात्रि 8 बजे से होती है. अतः रात्रि 10 बजे तक का समय दिया जाए. दूसरी शर्त के अनुसार कोविड-19 का अनुपालन हर हाल में करने हेतु कहा गया है, जबकि कोविड-19 के अनुपालन में सोशल डिस्टेंसिंग प्रमुख है और ऐसे कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग संभव प्रतीत नहीं होता. ऐसे भी कोविड-19 का प्रोटोकॉल सम्भवतः समाप्त हो चुका है, तभी इतने बड़े-बड़े कार्यक्रम राज्य में हो रहे हैं. तीसरा शर्त शहर एवं आसपास के आवागमन की जवाबदेही समिति के ऊपर दी गई है जो कहीं से उचित प्रतीत नहीं हो रहा, जबकि यह व्यवस्था प्रशासनिक स्तर से करना ही उचित होगा एवं चौथी शर्त यह है कि अनुमति बिल्कुल अस्थाई रूप से दी गई है जिसे कभी भी निरस्त किया जा सकता है. इन चार बिंदुओं पर पुनर्विचार करने के लिए अब आयोजन समिति पलामू के उपायुक्त से मिलकर बात करेगी.
होगा कई राज्यों के भक्तों का महाजुटान
आयोजन समिति की ओर से कहा गया है कि बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में भक्तों का महाजुटान होगा. इसमें प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्त आयेंगे. चूंकि झारखंड में पहली बार बाबा का कार्यक्रम होगा, तो ऐसे में झारखंड के कोने-कोने से भक्त यहां जुटेंगे. इसके साथ ही बिहार, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, ओडिशा और बंगाल से भी भक्तों के आने की सूचना है.