15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ढुकु सामुदायिक विवाह: परिणय सूत्र में बंधे 175 जोड़े, झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस बोले-कोषांग का हो गठन

Jharkhand News: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि समाज में भोज देने की परंपरा है. भोज सामर्थ्य के अनुसार होना चाहिए. इसके लिए दबाव नहीं होना चाहिए. इसलिए सामाजिक समस्याओं को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए एक कोषांग का गठन किया जाना चाहिए.

Jharkhand News: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने खूंटी में आयोजित ढुकु सामुदायिक विवाह कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज में कई सामाजिक समस्याएं हैं. गरीबी के कारण कई जोड़े शादी के बिना ही लिव-इन-रिलेशनशिप में रहते हैं. ऐसी महिलाओं को ढुकु कह कर संबोधित किया जाता है. इस सामाजिक समस्या को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है. यह प्रशंसनीय है. इसके लिए कोषांग का गठन किया जाना चाहिए. इससे पहले उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया और सफल वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दी.

कोषांग का गठन हो

झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि समाज में भोज देने की परंपरा है. भोज सामर्थ्य के अनुसार होना चाहिए. इसके लिए दबाव नहीं होना चाहिए. इसलिए सामाजिक समस्याओं को दूर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके लिए एक कोषांग का गठन किया जाना चाहिए. ढुकु युगलों को चिन्हित कर उन्हें सामाजिक मान्यता दिलाना चाहिए और सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की कोशिश की जानी चाहिए. जिला प्रशासन जोड़ों को राशन कार्ड और बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये.

Also Read: जल जीवन मिशन: झारखंड में ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजनाओं की होगी निगरानी, एजेंसी करेगी गुणवत्ता की भी जांच
विवाह के बाद हो रहा रजिस्ट्रेशन

खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि ढुकु जोड़ों को सरकारी सुविधा नहीं मिल पाता है. उन्हें सामाजिक मान्यता भी नहीं मिलती है. उनका विवाह कर पंजीकरण भी किया जा रहा है. इतना ही नहीं, सरकारी सुविधा से भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस मौके पर डीडीसी नीतीश कुमार सिंह, एसडीओ सैयद रियाज अहमद, निमित संस्था की सचिव निकिता सिन्हा सहित अन्य उपस्थित थे.

Also Read: Jharkhand bandh: भाषा विवाद को लेकर बुलाए गए झारखंड बंद का कैसा रहा असर, पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च
175 जोड़ों का हुआ विवाह

निमित संस्था के द्वारा रविवार को स्थानीय बिरसा कॉलेज स्टेडियम में 175 सरना जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया. संस्था द्वारा अब तक 1321 जोड़ों का विवाह कराया जा चुका है. जिसमें 489 ईसाई, 274 हिन्दू और 558 सरना शामिल हैं. इनमें कई ऐसे जोड़े भी थे, जिनकी उम्र 70 वर्ष के करीब है.

रिपोर्ट: चंदन कुमार

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें