धूपगुड़ी उपचुनाव: थम गया चुनाव प्रचार, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान कल
माकपा ने ईश्वर चंद्र राय, तृणमूल कांग्रेस ने निर्मल चंद्र राय व भाजपा ने तापसी राय को मैदान में उतारा है. पिछली बार भाजपा ने 45.65 फीसदी वोट हासिल कर जीत हासिल की थी. भाजपा विधायक विष्णुपद राय के निधन के बाद उपचुनाव जरुरी था.
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘I-N-D-I-A’ को धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के आगामी उपचुनाव में महत्वपूर्ण परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इसके अहम घटक तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस-मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) गठजोड़, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से उत्तर बंगाल की इस ग्रामीण सीट को छीनने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. पांच सितंबर को होनेवाला उपचुनाव तीनों राजनीतिक दलों के लिए परीक्षा की तरह है, जिसमें भाजपा को अपने वोट प्रतिशत में गिरावट को रोकने और सीट बरकरार रखने की उम्मीद है. वहीं, तृणमूल का लक्ष्य आदिवासी बहुल विधानसभा क्षेत्र पर कब्जा करना है और माकपा-कांग्रेस गठबंधन को अपनी पारंपरिक सीट दोबारा हासिल करने की उम्मीद है.
भाजपा विधायक विष्णुपद राय के निधन के बाद उपचुनाव था जरुरी
इस साल की शुरुआत में भाजपा विधायक विष्णुपद राय के निधन के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था. चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध जलपाईगुड़ी जिले की यह सीट कृषकों का क्षेत्र है, जहां राजबंशी और मतुआ समुदायों की काफी आबादी है, जिन्होंने 2021 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को वोट दिया था. इस निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक आबादी भी है.
Also Read: बंगाल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ विदेश दौरे के लिए सौरभ गांगुली को भी न्योता
अधीर रंजन चौधरी व सलीम ने तृणमूल और भाजपा दोनों पर निशाना साधा
माकपा के प्रदेश सचिव मोहम्मद सलीम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने धूपगुड़ी में एक विशाल रैली की, जिसमें दोनों नेताओं ने तृणमूल और भाजपा दोनों पर निशाना साधा, जबकि उनका केंद्रीय नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनावों में भगवा खेमे को हराने की रणनीति पर चर्चा के लिए ‘I-N-D-I-A’ की तीसरी बैठक में तृणमूल और अन्य भाजपा-विरोधी पार्टियों के साथ विचार-मंथन कर रहा था. माकपा, कांग्रेस और तृणमूल ने इसे स्थानीय चुनाव करार देते हुए कहा कि इससे विपक्षी एकता के प्रयासों पर कोई असर नहीं पड़ा है. वहीं, भाजपा ‘इंडिया’ खेमे में मतभेद की ओर इशारा कर रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा यह एक स्थानीय चुनाव है और इसका विपक्षी गठबंधन ‘‘I-N-D-I-A’’ से कोई लेना-देना नहीं है. स्थानीय स्तर पर हम अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
Also Read: चुनाव के पहले अभिषेक की होगी गिरफ्तारी किसी ने मैसेज करके दी है धमकी : ममता बनर्जी
सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि उनकी लड़ाई भाजपा और तृणमूल के कुशासन के विरोध में
माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि उनकी लड़ाई भाजपा और तृणमूल के कुशासन, दोनों के खिलाफ है और धूपगुड़ी में लड़ाई, जो 1977-2011 तक वामपंथ का गढ़ रहा है, कोई अपवाद नहीं है. माकपा ने पेशे से शिक्षक ईश्वर चंद्र राय को इस सीट से मैदान में उतारा है. तृणमूल, जिसने कई बार माकपा और कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया था, ने ‘‘I-N-D-I-A’’ गठबंधन में फूट के भाजपा के आरोपों को खारिज किया है.
Also Read: अभिषेक बनर्जी को हाईकोर्ट से लगा झटका, टीएमसी सांसद की याचिका पर रोक लगाने से जज का इंकार
हम भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ हैं : शांतनु सेन
तृणमूल सांसद शांतनु सेन ने कहा : धूपगुड़ी में जो कुछ हो रहा है, उसका राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी गठबंधन ‘I-N-D-I-A’ के प्रयासों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. लेकिन यह सच है कि बंगाल में कई बार माकपा और कांग्रेस की भूमिका भाजपा की मदद करनेवाली रही है. हम भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई में दृढ़ हैं. तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी इलाके में चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. तृणमूल ने इस सीट से शिक्षक निर्मल चंद्र राय को मैदान में उतारा है. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि विपक्षी गुट के आगे बढ़ने से पहले ही इसमें दरारें दिख रही हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 45.65 फीसदी वोट हासिल कर यह सीट जीती थी, जबकि तृणमूल को 43.5 फीसदी वोट मिले थे. भाजपा ने इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान की पत्नी तापसी राय को मैदान में उतारा है, जो कुछ साल पहले कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गये थे. भाजपा के अभियान का नेतृत्व कर रहे विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने लोगों से तृणमूल के कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट करने की अपील की है.
Also Read: धुपगुड़ी विधानसभा सीट जीतने को तृणमूल बेकरार, ममता बनर्जी उपचुनाव में खुद करेंगीं प्रचार
धूपगुड़ी उपचुनाव में थम गया चुनाव प्रचार
धूपगुड़ी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए पांच सितंबर को वोट डाले जायेंगे.रविवार को चुनाव प्रचार का आखिरी दिन था. इस दिन शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया. आखिरी दिन सभी पार्टियों ने वोटरों को रिझाने के लिए खूब पसीना बहाया. तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्य के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने रोड शो किया. उधर, माकपा के राज्य सचिव व पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने वाममोर्चा व कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार के लिए चुनाव प्रचार किया.
Also Read: धूपगुड़ी उपचुनाव को लेकर अभिषेक की जनसभा आज, तृणमूल का घोषणा पत्र भी जारी
आखिरी दिन नेता भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने भी जनसभा की
चुनाव प्रचार के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी जनसभा की. अब कड़ी सुरक्षा के बीच पांच सितंबर को वोट डाले जायेंगे और आठ सितंबर को वोटों की गिनती होगी. धूपकुड़ी उपचुनाव के लिए केंद्रीय बलों की कुल 30 कंपनियां तैनात की जायेंगी. इस चुनाव के लिए 25 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल पहले ही पहुंच चुकी है. चुनाव आयोग के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मतगणना वाले दिन सभी मतदान केंद्रों के बाहर धारा 144 लागू रहेगी. चुनाव के दौरान किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हो इस पर जोर दिया जा रहा है.
Also Read: बंगाल : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ विदेश दौरे के लिए सौरभ गांगुली को भी न्योता
माकपा ने किया अंतिम दौर का प्रचार
धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप चुनाव के प्रचार के आखिरी दिन माकपा ने अपने उम्मीदवार ईश्वर चंद राय के समर्थन में पूरी ताकत झोंक दी. माकपा की ओर से केंद्रीय कमेटी के सदस्य सुजन चक्रवर्ती, राज्यसभा सांसद विकास रंजन बसु समेत अन्य नेताओं ने अंतिम दिन के प्रचार में हिस्सा लिया. माकपा के नेता लोगों से अपील कर रहे थे कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द्र व अमन चैन कायम करने के लिए वाममोर्चा के उम्मीदवार को विजयी बनायें, क्योंकि चुनाव जीतने के लिए भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के लोग सांप्रदायिक कार्ड खेल रहे हैं. इनके झांसे में आने की बजाय लोग अपना वह प्रतिनिधि विधानसभा में भेजें, जो महंगाई, बेरोजगारी व लूट खसोट की राजनीति व राज्य के विकास के लिए विधान सभा में आम लोगों की आवाज को बुलंद कर सके.
Also Read: I-N-D-I-A गठबंधन की बैठक में संयोजक और संगठन पर आज होगा फैसला, ममता बनर्जी ने कहा न करें समय बर्बाद
उपचुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुईं धूपगुड़ी की पूर्व तृणमूल विधायक मिताली राय
धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर मंगलवार को होनेवाले उपचुनाव से पहले क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस की पूर्व विधायक मिताली राय भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गयीं. राय ने 2016 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल के टिकट पर जलपाईगुड़ी जिले की धूपगुड़ी सीट पर जीत दर्ज की थी. हालांकि, 2021 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के बिष्णुपद राय के हाथों यह सीट गंवा बैठी थीं. बिष्णुपद का 25 जुलाई को निधन होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है. धूपगुड़ी में उपचुनाव के लिए मतदान मंगलवार को होगा. वोटों की गिनती आठ सितंबर को की जायेगी. मिताली राय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, जलपाईगुड़ी से सांसद जयंत राय, डाबग्राम-फूलबाड़ी से विधायक शिखा चटर्जी और जिला इकाई के प्रमुख बापी गोस्वामी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुईं.
Also Read: धुपगुड़ी पहुंची सिलीगुड़ी के साइकिल की आग
मैं तृणमूल में काम नहीं कर पा रही थी :
मिताली राय का कहना है कि मैं तृणमूल में काम नहीं कर पा रही थी. मैं भारी मानसिक दबाव से गुजर रही थी. मैं धूपगुड़ी उपचुनाव के लिए प्रचार नहीं करना चाहती थी, लेकिन मुझे इसके लिए मजबूर किया जा रहा था. मैं भाजपा से जुड़ी, क्योंकि पार्टी केंद्र में सत्ता में है, जिससे मुझे क्षेत्र के विकास और लोगों की जरूरतें पूरी करने में मदद मिलेगी. इस अवसर पर श्री मजूमदार ने कहा कि मिताली राय क्षेत्र की वरिष्ठ नेता हैं और वह लोगों की जरूरतों के बारे में अच्छी तरह से जानती हैं. उन्होंने दावा किया कि उनके भाजपा का हिस्सा बनने से पार्टी मजबूत होगी. गौरतलब है कि इससे पहले, शनिवार को भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष द्विपेन प्रमाणिक तृणमूल में शामिल हो गये थे.
Also Read: धुपगुड़ी विधानसभा सीट जीतने को तृणमूल बेकरार, ममता बनर्जी उपचुनाव में खुद करेंगीं प्रचार