Jharkhand news: सरायकेला के राजनगर में डायरिया से एक की मौत, 30 लोग बीमार, गांव में कैंप कर रही मेडिकल टीम
jharkhand news: सरायकेला के राजनगर स्थित चांवराडीह गांव में डायरिया से एक व्यक्ति की मौत हो गयी. वहीं, 30 लोग बीमार हो गये हैं. इसमें से 7 लोगों का इलाज सीएचसी, राजनगर में चल रहा है. हालांकि, एक ग्रामीण की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के जमशेदपुर के एमजीएम हॉस्पिटल रेफर कर दिया है.
Jharkhand news: सरायकेला जिला अंतर्गत राजनगर के धुरीपदा पंचायत स्थित चांवराडीह गांव के आखडा टोला निवासी नाथो मुर्मू (90 वर्ष) की मौत डायरिया से हो गयी है. गांव में डायरिया एक माह से फैला हुआ है. एक माह में 30 लोग बीमार हो चुके हैं. जिसमें से 7 लोगों का राजनगर सीएचसी में इलाज चल रहा है. डायरिया से पीड़ित बासो मुर्मू की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सीएचसी के चिकित्सकों ने इस मरीज को जमशेदपुर के एमजीएम रेफर कर दिया है.
ग्रामीणों ने बताया कि नाथो को विगत 8 दिसंबर, 2021 को उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर इलाज के लिए सीएचसी राजनगर लाया गया, जहां इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर के एमजीएम ले जाया गया. यहां 12
दिसंबर को उसकी मौत हो गयी.
वहीं, वर्त्तमान में बासो मुर्मू (80 वर्ष), बिराम टुडू (75वर्ष), कान्हाई टुडू (55 वर्ष), भीम मुर्मू (17 वर्ष), कपरा मुर्मू (18 वर्ष), सानो मुर्मू (8 वर्ष), बसंती गोप (50 वर्ष), गोबिंदपुर गांव के श्याम मुर्मू (42 वर्ष) और पिथो मुर्मू (12 वर्ष) का इलाज राजनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, राजनगर में चल रहा है. इनमें सें बासो मुर्मू की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. इन मरीजों को बेहतर इलाज के लिए जमशेदपुर के एमजीएम रेफर कर दिया गया है.
Also Read: सरायकेला के राजनगर क्षेत्र में डायरिया से एक ग्रामीण की मौत, मेडिकल टीम ने किया कैंप, गांव पहुंचे सिविल सर्जन गांव में पहुंची मेडिकल टीम, किया कैंपराजनगर के चांवराडीह गांव के आखड़ा टोला में डायरिया फैलने की सूचना मिलते ही मेडिकल टीम सीएचसी प्रभारी डॉ जगन्नाथ हेंब्रम के नेतृत्व में गांव पहुंच कर कैंप कर रही है. मेडिकल टीम द्वारा ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल करते हुए दवा, ओआरएस पाउडर का वितरण किया, वहीं ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया गया.
टीम द्वारा ग्रामीणों को बासी खाना नहीं खाने और पानी गर्म कर पीने का निर्देश दिया, ताकि डायरिया को फैलने से रोका जा सके. मेडिकल टीम ने ग्रामीणों को कहा कि अगर किसी को उल्टी और दस्त की शिकायत मिले, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. टीम द्वारा कुओं में ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव करते हुए सभी ग्रामीणों को ओआरएस एवं दवाई का वितरण भी किया.
चांवराडीह गांव के आखड़ा टोला के ग्रामीण चुआं का पानी पीने पीते हैं. चुआं का पानी पीने से गांव में डायरिया फैला हुआ है. शुरुआत में एक-दो लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई, तो ग्रामीण इसे हल्के में लिये, लेकिन फिर धीरे-धीरे अन्य ग्रामीणों में यह समस्या बढ़ने लगी, तो इसकी सूचना मेडिकल विभाग को दिया गया. मेडिकल टीम पहुंच कर इलाज करना शुरू किया.
ग्रामीणों ने बताया कि डायरिया फैलने से चुआं का पानी पीना बंद करते हुए चापाकल से ही पानी पी रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 80 परिवार रहते हैं. इनके लिए 7 चापाकल चालू हालत में है तथा दो चापाकल खराब है. इसके आलावे तीन कुआं है. जिसका उपयोग पीने के पानी के लिए किया जाता है. गांव में 6 तालाब भी है. जिसे ग्रामीण नहाने के लिए उपयोग करते हैं.
Also Read: झारखंड के पारा शिक्षकों के लिए खुशखबरी, अब सहायक अध्यापक के नाम से जाने जायेंगे, सीएम हेमंत सोरेन ने की घोषणा अब नियंत्रण में है डायरिया का प्रकोप : प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारीइस संबंध में राजनगर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगन्नाथ हेम्ब्रम ने कहा कि चांवराडीह गांव में डायरिया फैलने की सूचना पर मेडिकल टीम भेजा गया था. अब डायरिया नियंत्रण में है. संभवत: चुआं का पानी पीने के कारण ही डायरिया हुआ था.
Posted By: Samir ranjan.