डीजल वाली लग्जरी कारों को लगा बिजली का झटका, तो बाजार में गिरी धड़ाम!
भारत के कार बाजार में लग्जरी कारों की कुल बिक्री में डीजल की हिस्सेदारी साल 2023 में घटकर 35 फीसदी हो गई, जो पिछले पांच वर्षों में लगभग 80 फीसदी थी. इस बीच, इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री इस सेगमेंट में कुल बिक्री का 6 फीसदी तक बढ़ गई, जो बाजार में तीन गुना अधिक है.
Diesel Luxury Cars vs Luxury EV: भारत में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के मद्देनजर लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक पसंद करने लगे हैं. सिटी मोबिलिटी के लिए दोपहिया और छोटी फैमिली कारों की बात कौन करे, लग्जरी कारों के शौकीन भी अब इलेक्ट्रिक लग्जरी कारों को पंसद कर रहे हैं. इसी का नतीजा है कि कार बाजार में डीजल वाली लग्जरी कारों की बाजार हिस्सेदारी घटकर करीब 35 फीसदी तक पहुंच गई है. हालांकि, पिछले पांच सालों की बात करें, तो डीजल वाली लग्जरी कारों की बाजार हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी तक थी. इन पिछले पांच सालों में साधन संपन्न लोग या तो स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) या फिर ईवी लग्जरी कारों की ओर रुख करने लगे हैं. खासकर, इनका रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति अधिक बढ़ा है. यही वजह है कि बीते एक साल में डीजल वाली लग्जरी कारों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है.
6 फीसदी बढ़ी इलेक्ट्रिक लग्जरी कारों की बाजार हिस्सेदारी
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के कार बाजार में लग्जरी कारों की कुल बिक्री में डीजल की हिस्सेदारी साल 2023 में घटकर 35 फीसदी हो गई, जो पिछले पांच वर्षों में लगभग 80 फीसदी थी. इस बीच, इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री इस सेगमेंट में कुल बिक्री का 6 फीसदी तक बढ़ गई, जो बाजार में तीन गुना अधिक है. इसका कारण अमीर युवा और महत्वाकांक्षी ग्राहक ग्रीन एनर्जी वाली कारों को अपनाने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है. इसी का नतीजा है कि इलेक्ट्रिक लग्जरी कारों की बढ़ती डिमांड का ही नतीजा है कि देश-दुनिया में लग्जरी कारों की बेताज बादशाह मर्सिडीज बेंज इंडिया ने पुणे स्थित अपनी इलेक्ट्रिक कारों के पहले प्लांट में ईवी ईक्यूएस 580 की स्थानीय असेंबली शुरू कर दिया है.
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डीजल वाली कारों दबदबा खत्म
ऑडी इंडिया के प्रमुख बलबीर सिंह ढिल्लो ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एक बार लक्जरी वाहनों की बिक्री में डीजल की हिस्सेदारी 20 फीसदी तक कम हो जाने के बाद किसी भी निर्माता के लिए ग्राहकों के लिए ईंधन विकल्प जारी रखना व्यावहारिक नहीं होगा. वाहन बिक्री में डीजल वाली कारों की हिस्सेदारी में पहले से ही गिरावट जारी है. उन्होंने कहा कि भविष्य में हम पेट्रोल और इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलाव देखेंगे, जिसमें पहले डीजल का दबदबा था. एक प्रकार से कहा जा सकता है कि अब बाजार में डीजल वाली कारों का दबदबा खत्म होते जा रहा है.
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बीएमडब्ल्यू की ईवी कारों की बिक्री बढ़ी
वहीं, बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया के अध्यक्ष विक्रम पावाह ने कहा कि हमारे पोर्टफोलियो में इलेक्ट्रिक वाहनों के कई प्रोडक्ट मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी ईवी कारों में अपनी स्थिति को आगे बनाए रखने के लिए अपनी रेंज को मजबूत करना जारी रखेगी. इसी का नतीजा रहा है कि कैलेंडर वर्ष 2023 में स्थानीय लग्जरी कारों के बाजार में बीएमडब्ल्यू इंडिया की हिस्सेदारी 50 फीसदी हो गई. उन्होंने कहा कि कंपनी की कुल बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी अगले दो वर्षों में बढ़कर 25 फीसदी हो जाएगी, जो 2023 में 10 फीसदी थी. उन्होंने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है. यह समय की बात है कि हम उन्हें भारत में बनाना शुरू करें.
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