आगरा: SN मेडिकल कॉलेज में पर्ची कटाने के लिए झेलनी पड़ रही दुश्वारी, गर्मी में धक्का-मुक्की से बेहाल हुए मरीज

एसएन मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के दावे तो तमाम किए गए. लेकिन मेडिकल कॉलेज में पहुंचने वाले मरीज और तीमारदारों के लिए डॉक्टर को दिखाना किसी जंग से कम नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 5, 2023 2:18 PM

Agra : आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के दावे तो तमाम किए गए. लेकिन मेडिकल कॉलेज में पहुंचने वाले मरीज और तीमारदारों के लिए डॉक्टर को दिखाना किसी जंग से कम नहीं है. ऐसा इसलिए है क्योंकि किसी भी डॉक्टर को दिखाने के लिए मरीज को सबसे पहले पर्चा बनवाना पड़ता है. और इस पर्चे को बनवाना ही उनके लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बनता है.

आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में रोजाना सैकड़ो की संख्या में मरीज अपनी बीमारी का इलाज करने के लिए पहुंचते हैं. लेकिन लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और ढुल मुल रवैया की वजह से मरीज को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यहां तक की इलाज शुरू होने से पहले मरीज को जो पर्चे बनवाने होते हैं उसके लिए भी काफी संघर्ष करना पड़ रहा है.

एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने से पहले मरीज को ओपीडी के पास स्थित हॉल में पर्चे बनवाने होते हैं. यहां 1 रुपये का पर्चा बनता है लेकिन हॉल में पर्चे बनवाने वालों की इतनी भीड़ जमा हो जाती है की गर्मी और उमस की वजह से लोगों का बुरा हाल होने लगता है. भीड़ ज्यादा होने की वजह से अधिकतर लाइन में लगे हुए लोगों में बहस और लड़ाई की संभावना भी बन जाती है.

करीब 2 घंटे से लाइन में खड़ी कई महिलाओं ने बताया कि सुबह से 12:00 चुके हैं. लेकिन अभी तक पर्चा बनवाने के लिए उनका नंबर नहीं आया. कुछ देर बाद अधिकतर विभागों से डॉक्टर भी उठ जाएंगे. ऐसे में उन्हें फिर से अगले दिन आकर पर्चा बनवाना पड़ेगा और डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा. वहीं उन्होंने बताया कि एक तो घंटे भर से लाइन में खड़े हैं जिसकी वजह से पैरों में दर्द हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ यहां गर्मी और धक्का मुक्की से भी बुरा हाल हो रहा है. पता नहीं यहां की व्यवस्था कब सुधरेगी.

एसएन मेडिकल कॉलेज में जिस हॉल में पर्चे बनवाए जाते हैं वहां कई सारे काउंटर मौजूद हैं लेकिन काउंटर पर बैठे हुए कर्मचारियों द्वारा धीमी रफ्तार के चलते लोगों की काफी भीड़ इस हॉल में जमा हो जाती है. और इसी वजह से यहां काफी घुटन और गर्मी के हालात भी पैदा हो जाते हैं.

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