Jharkhand News: सहायक अध्यापकों के लिए आकलन परीक्षा का आवेदन करना परेशानी का सबब बन गया है. किसी के नाम की स्पेलिंग नहीं मिल रहा है तो किसी की जन्म तिथि. वहीं किसी के ज्वाइनिंग का प्रकार बदल गया है. कई शिक्षकों को जहां छठी से आठवीं कक्षा की पढ़ाई के लिए वेतन भुगतान किया जा रहा है, उन्हें पहली से पांचवीं कक्षा में डाल दिया गया है. इन समस्याओं का समाधान जिला परियोजना विभाग की ओर से कराया जा रहा है, लेकिन बोर्ड से सत्यापित नहीं होने का मामला फंसा हुआ है. इसके बिना शिक्षक आकलन परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे. यह आवेदन वैसे सहायक अध्यापकों को करना है जो टेट पास नहीं हैं. इनकी संख्या 1738 है.
आकलन परीक्षा का आवेदन भरने के लिए सहायक अध्यापकों को उनके मोबाइल पर ही ई-विद्यावाहिनी के तहत लिंक भेजा रहा है. सहायक अध्यापकों को आवेदन भर कर प्रक्रिया पूरी करनी है. लेकिन शिक्षक जब आवेदन कर रहे है तो डाटा नहीं मिल रहा है. आवेदन क्याें नहीं हो पा रहा है इसका पता लगाने के लिए परियोजना कार्यालय आना पड़ रहा है. यहां ई-विद्यावाहिनी में डाले गए जानकारी से प्रमाण पत्र की जानकारी को स्पेलिंग के साथ मिलान किया जा रहा है.
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आकलन परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 दिसंबर है. अभी भी करीब 373 सहायक अध्यापक ऐसे हैं जिनके शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच पूरी नहीं हो पायी है. इसमें से कई सहायक अध्यापकों के प्रमाण पत्र की इसलिए भी जांच नहीं हो पा रही है कि उनके पास प्रोविजनल प्रमाण पत्र या फिर एडमिट कार्ड नहीं है, जबकि उनसे कम से कम दो प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है.
इधर झारखंड राज्य प्रशिक्षित सहायक अध्यापक संघ के महासचिव अशोक चक्रवर्ती ने कहा कि खामियों के कारण सहायक अध्यापकों को परेशानी हो रही है. इसे दूर कराने के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक से मिला गया है. उन्होंने समस्या दूर करने का आश्वासन दिया है.