पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले मामले के आरोपी से दिलीप घोष (Dilip Ghosh) का संबंध है ऐसा ही कुछ आरोप लगाते नजर आ रहे है तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष . गौरतलब है कि पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी प्रसन्ना रॉय के घर से दिलीप घोष की जमीन के दस्तावेज बरामद किये गये हैं. तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने उनकी गिरफ्तारी की मांग भी रखी है. सीबीआई ने संपत्ति की जब्ती सूची बनाई है. उस जब्ती सूची की संख्या 8 में दस्तावेज़ का उल्लेख है. सीबीआई ने 60 पन्नों के संपत्ति दस्तावेज की जांच शुरू कर दी है, लेकिन ये दिलीप घोष कौन हैं, ये अभी साफ नहीं हो पाया है. हालांकि तृणमूल की ओर से भाजपा नेता दिलीप घोष की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.
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तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष का आरोप है कि सीबीआई की सीजर लिस्ट से मिले दस्तावेज से साफ है कि दिलीप घोष प्रसन्ना राॅय को पहचानते है. उन्होंने खुद ही स्वीकार किया है कि जमीन के दस्तावेज को लेकर उन्होंने प्रसन्ना राय से मदद मांगी थी . दिलीप घोष के जमीन के दस्तावेज प्रसन्ना राय के पास कैसे पहुंचे इसकी जांच सीबीआई को करने की जरुरत है. वहीं दूसरी ओर कुणाल घोष का कहना है कि दिलीप घोष ने स्वीकार किया है कि बिजली कनेक्शन के लिए प्रसन्ना राय से उन्होंने मदद मांगी थी ऐसे में उनकी गिरफ्तारी होनी आवश्यक है.
बता दें कि 26 अगस्त को सीबीआई ने प्रसन्ना कुमार रॉय को न्यूटाउन से गिरफ्तार किया था. उसके पास से पैसा, जमीन, फ्लैट, लग्जरी रिसॉर्ट्स, फिश फार्म मिले थे. वह पार्थ चटर्जी के करीबी माने जाते थे. कथित तौर पर उनकी किस्मत पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी से मिलने के बाद खुल गई थी. वह 7-8 साल के भीतर करोड़पति बन गए थे. ऐसे में सीबीआई ने उन पर भी शिकंजा कसा था.