कोलकाता: महानगर कोलकाता में एक सरकारी अस्पताल में शवों को संभालने के लिए प्रयोगशाला सहायक के छह पदों पर निकली भर्ती के लिए आवदेन करनेवाले 8000 आवेदकों में इंजीनियर, स्नातक और परास्नातक अभ्यर्थी शामिल हैं. इस पर कटाक्ष करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष (BJP Leader Dilip Ghosh) ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) सरकार के कार्यकाल के दौरान यहां औद्योगिक विकास नहीं हुआ, लोगों के पास रोजगार नहीं है.
दिलीप घोष (Dilip Ghosh BJP) ने कहा कि इसका जीता-जागता उदाहरण आज हमें देखने को मिला है. प्रयोगशाला सहायक के छह पद पर आवेदन करनेवालों में इंजीनियर व पोस्ट ग्रेजुएट आवेदक शामिल हैं. उन्होंने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (Bengal Global Business Summit) के माध्यम से राज्य में 12 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला है और इससे 28 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. आखिर कहां गया 12 लाख करोड़ का निवेश व 28 लाख रोजगार.
श्री घोष (West Bengal State BJP President Dilip Ghosh) ने दावा किया कि बंगाल में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है और यह अब बढ़कर 26 प्रतिशत तक पहुंच गयी है. पश्चिम बंगाल सरकार की गलत नीतियों के कारण ऐसा हो रहा है. दिलीप घोष ने कहा कि सिलीकॉन वैली को लेकर राज्य सरकार ने बहुत प्रचार-प्रसार किया, लेकिन अब वहां गाय चरती हुई दिख रही हैं. गौरतलब है कि महानगर के एनआरएस हॉस्पिटल में लेबोरेटरी अटेंडेंट के छह पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गये थे.
चिकित्सा प्रतिष्ठान के अधिकारी ने बताया कि नील रतन सरकार चिकित्सा कॉलेज सह अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सीकोलॉजी विभाग में ‘लेबोरेटरी अटेंडेंट’ के छह पदों पर भर्ती के लिए आवेदन देनेवालों में करीब 100 इंजीनियर, 500 स्नातकोत्तर और 2,200 स्नातक आवेदक हैं. अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि कुल आवेदकों में से 84 महिला समेत 784 को एक अगस्त को होनेवाली लिखित परीक्षा के लिए बुलाया गया है.
पिछले साल दिसंबर में निकली भर्ती की अधिसूचना के अनुसार, इस पद की अर्हता कम से कम आठवीं पास और उम्र सीमा 18-40 साल है. वहीं, मासिक वेतन 15,000 रुपये है. अधिकारी ने बताया कि कई आवेदक नौकरी की योग्यता के हिसाब से ज्यादा पढ़े-लिखे हैं. यह अचंभित करनेवाला है कि इंजीनियरिंग, परास्नातक और स्नातक की डिग्री रखनेवालों ने इस पद के लिए आवेदन किया. ऐसा पहली बार हुआ. हमें आमतौर पर उन्हीं लोगों के आवेदन मिलते हैं, जो अनुसूचित जाति से हैं.
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Posted By: Mithilesh Jha