दिलीप कुमार की ये फिल्में कभी नहीं हो पाई रिलीज, एक मूवी में अजय देवगन के साथ करने वाले थे काम, जानिए नाम
दिलीप कुमार की कुछ सबसे लोकप्रिय फिल्में 'देवदास', 'मुगल-ए-आजम', 'गंगा जमुना', 'राम और श्याम', 'नया दौर', 'मधुमती', 'क्रांति, विधाता', 'शक्ति' और 'मशाल' है. लेकिन कुछ ऐसी फिल्में भी है, जो आज तक रिलीज नहीं हुई.
Dilip Kumar 2nd Death Anniversary: दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार ने 7 जुलाई 2021 यानी आज के ही दिन दुनिया को अलविदा कह दिया था. उन्हें उद्योग में सबसे सफल फिल्म सितारों में से एक के रूप में जाना जाता है. एक्टर को फिल्मों में गंभीर रोल निभाने की वजह ‘ट्रेजेडी किंग’ भी कहा जाता था. उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया था, लेकिन ऐसी कुछ फिल्में थी जो कभी रिलीज नहीं हुई.
फिल्म कलिंगा रह गई अधूरी
दिलीप कुमार की कुछ सबसे लोकप्रिय फिल्में ‘देवदास’, ‘मुगल-ए-आजम’, ‘गंगा जमुना’, ‘राम और श्याम’, ‘नया दौर’, ‘मधुमती’, ‘क्रांति, विधाता’, ‘शक्ति’ और ‘मशाल’ है. लेकिन कुछ ऐसी फिल्में भी है, जो आज तक रिलीज नहीं हुई. 1992 में एक्टर ने फिल्म कलिंगा के साथ निर्देशक के क्षेत्र में कदम रखा था. हालांकि इसे बाद में बन्द कर दिया था. इसमें शिल्पा शिरोडकर, राज बब्बर, राज किरण, मीनाक्षी शेषाद्रि जैसे स्टार्स थे. फिल्म की घोषणा फिल्म निर्माता सुधाकर बोकाडे ने 1992 में की थी. बाद में देरी के बाद, फिल्म अधूरी रह गई और बाद में बंद कर दी गई.
फिल्म आग का दरिया नहीं हो पाई रिलीज
50 के दशक में रमेश सहगल ने दिलीप कुमार और नूतन बहल को फिल्म शिकवा के लिए साइन किया था. ये एक रोमांटिक फिल्म थी और इसमें एक्टर राम के किरदार में नजर आने वाले थे. जबकि नूतन उनकी प्रेमिका इंदु की भूमिका में थी. रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म कभी रिलीज नहीं हो पाई. इसके अलावा 1995 की फिल्म आग का दरिया पूरी होने के बावजूद रिलीज नहीं हुई. इसमें दिलीप कुमार, रेखा, राजीव कपूर और पद्मिनी कोल्हापुरे थे.
फिल्म जानवर हो गई थी डिब्बाबंद
वहीं, दिलीप कुमार और सुरैया स्टारर फिल्म जानवर कभी रिलीज नहीं हो पाई. जबकि साल 2001 में दिलीप कुमार ने अजय देवगन और प्रियंका चोपड़ा के साथ फिल्म असर – द इम्पैक्ट में काम करना शुरू किया था. रिपोर्ट्स की मानें तो फिल्म डिब्बाबंद हो गई. बता दें कि दिलीप कुमार को फिल्मों में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1991 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. उन्हें 1994 में सिनेमा के क्षेत्र में भारत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.