कोलकाताः नकली वैक्सीन लगाकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी देबांजन देव को अब प्रवर्तन निदेशालय (इडी) अपनी हिरासत में लेने की तैयारी कर रहा है. केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि शुक्रवार को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही दबांजन को हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी.
इसकी पूरी सूचना कोलकाता पुलिस के साथ ही कोर्ट को भी दी जायेगी. केंद्र सरकार ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है, जिसके बाद प्रक्रिया पूरी की जा रही है. उसने रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की कालाबाजारी की है. इसी मामले में प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. बैंकशाल कोर्ट में अलग-अलग प्राथमिकी संबंधी रिपोर्ट भी इडी आज ही देगी.
कोलकाता में फर्जी टीकाकरण कैंप को लेकर अलग से प्राथमिकी दर्ज की जायेगी और कोरोना से बचाव संबंधी दवाइयों की कालाबाजारी के मामले में दूसरी प्राथमिकी दर्ज होगी. कोलकाता पुलिस ने देबांजन के आठ बैंक अकाउंट के बारे में पता लगाया है, जिसमें करोड़ों का लेन-देन हुआ है. इसलिए धन शोधन के मामले में भी जांच की शुरुआत इडी करने वाली है.
उल्लेखनीय है कि 26 जून को देबांजन देव को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था. उसने कोलकाता नगर निगम के नाम पर टीकाकरण शिविर लगाया था और उसमें निमोनिया के इंजेक्शन पर कोविशील्ड का लोगो लगाकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा था. तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी यह फर्जी टीका लगवा लिया.
जब मिमी चक्रवर्ती को वैक्सीन लेने का मैसेज और सर्टिफिकेट नहीं मिला, तो उन्होंने इसकी शिकायत कोलकाता के कसबा थाना में की. तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हुआ. पकड़े गये फर्जी आईएएस अधिकारी की तस्वीरें तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और मंत्रियों के साथ है, जिसकी वजह से भाजपा लगातार हमलावर है.
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Posted By: Mithilesh Jha