Bareilly News: कांग्रेस की बरेली में आयोजित ‘मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन दौड़ में मंगलवार को अत्यधिक भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसके चलते कई प्रतिभागी लड़कियां चोटिल हो गई थीं. इसको लेकर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग सख्त हो गया है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के निर्देश पर डीएम मानवेंद्र सिंह ने मामले की जांच शुरू कराई है. सिटी मजिस्ट्रेट मामले की जांच करेंगे.
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के आह्वान पर मंगलवार सुबह बरेली में ‘मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं’ मैराथन आयोजित की गई थी. यह मैराथन विशप मंडल इंटर कॉलेज से शुरू होकर अयूब खान चौराहा, कालीबड़ी, शाहामतगंज, कंपनी गार्डन और चौकी चौराहे होते हुए विशप मंडल पर समापन होना था. मगर,मैराथन में अत्यधिक महिला और लड़कियों की भीड़ जुट गई. इससे अव्यवस्था फैल गई. अव्यवस्था के चलते कई लड़कियां मैराथन में गिरकर चोटिल हो गई.
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मैराथन में भगदड़ की न्यूज मीडिया में चलते ही बाल संरक्षण आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया और डीएम बरेली को जांच के निर्देश दिए. डीएम मानवेंद्र सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट राजीव कुमार पांडे को जांच सौंपी है.
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सिटी मजिस्ट्रेट ने मंगलवार रात शहर कोतवाली में कोविड-19 महामारी अधिनियम और धारा 144 के उल्लंघन को लेकर जिला अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. इसके साथ ही इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
मैराथन में भगदड़ से लड़कियां चोटिल हो गई थीं. इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है. जिला अध्यक्ष की ओर से मैराथन की अनुमति मांगी गई थी. इसलिए वही आयोजक है. आयोजक के खिलाफ कोतवाली में महामारी अधिनियम और धारा 144 के उल्लंघन में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
राजीव कुमार पांडे, सिटी मजिस्ट्रेट, बरेली
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली