केरेडारी (हजारीबाग), अरुण यादव : मजदूरों को पलायन रोकने और रोजगार सृजन को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार ने मनरेगा योजना के तहत कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू की है. बावजूद इसके हजारीबाग के केरेडारी स्थित हेवई पंचायत में मनरेगा योजना में गड़बड़ी थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. हेवई में पिछले दिनों एक दर्जन से अधिक डोभा का निर्माण जेसीबी मशीन से किया गया. इसके अलावा हरला में पोटो हो खेल मैदान का निर्माण कार्य भी जेसीबी से किया गया. जेसीबी से काम होने के बावजूद 38,600 रुपये की निकासी का मामला सामने आया है.
जानें क्या कहते हैं रोजगार सेवक और पंचायत सेवक
इस संबंध में रोजगार सेवक ने कहा कि डोभा जेसीबी से बनने की सूचना मिली थी. जिसमे चार लाभुकों का डोभा को सभा करके रद्द कर दिया गया है. जेसीबी से निर्मित कार्य का भुगतान नहीं किया जायेगा. वहीं, पंचायत सेवक सुरेश प्रसाद मेहता ने कहा कि जेसीबी से डोभा और खेल मैदान बनने की कोई जानकारी नहीं है. जांच कर लाभुक पर कार्रवाई किया जायेगा.
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राशि निकासी की होगी रिकवरी
इस मामले में बीपीओ सुमन शर्मा ने कहा कि हेवई में जेसीबी से कार्य होने की सूचना मिली है. जांच कर कार्रवाई किया जाएगा. अवैध रूप से निकासी होने के मामले में पैसे की भी रिकवरी होगी. कहा कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी.