झारखंड : हजारीबाग के डाड़ी प्रखंड में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में गड़बड़ी, लाभुकों में नाराजगी
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत हजारीबाग के डाड़ी प्रखंड में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. इसको लेकर लाभुकों में नाराजगी देखी जा रही है. लाभुकों ने आरोप लगाया कि उनके नाम पर सब्सिडी की राशि ले ली गयी है, लेकिन अब तक नहीं दी गयी है.
गिद्दी (हजारीबाग), अजय/रंजीत : हजारीबाग जिले के डाड़ी प्रखंड में मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में अनियमितता का मामला उजागर हुआ है. कई लाभुकों के नाम पर सब्सिडी की राशि ले ली गयी है, लेकिन राशि नहीं दी गयी है. इसमें बिचौलिया, वेंडर व संबंधित विभाग के पदाधिकारी भी शामिल हैं. लाभुकों को बकरी व बकरा देने का फर्जी कागजात प्रस्तुत किया जा रहा है. अधिकांश लाभुकों को योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इससे लाभुक परेशान हैं. उनका खाता हजारीबाग बंधन बैंक में खुलवाने पर अधिक जोर दिया जा रहा है. दर्जनों लाभुकों की सब्सिडी बैंक में जमा हो गयी है. उसके ब्याज भी उड़ाने में बिचौलिया लगे हैं. पशुपालन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020-21, वर्ष 2021-22 तथा वर्ष 2022-23 में दर्जनों लाभुकों का चयन योजना के लिए किया गया है, लेकिन अपेक्षा से कम लोगों को इसका लाभ दिया गया है. जिन्हें लाभ दिया गया है, उसमें अधिकांश लाभुकों के नाम पर सब्सिडी की राशि निकाल कर नहीं दी गयी है. इससे लाभुकों में नाराजगी है.
लाभुकों ने सब्सिडी की राशि नहीं देने का लगाया आरोप
बलसगरा की सुनीता देवी (पति सुरेश कुमार महतो) ने बताया कि उन्हें दो-तीन माह पहले चार बकरी व एक बकरा देने के लिए हजारीबाग बुलाया गया था. वहां पर उन्हें बकरा व बकरी नहीं मिला, केवल सब्सिडी की राशि से उन्हें पांच हजार रुपये दे दिये गये. बाकी सात हजार 400 रुपये बिचौलिया व अन्य लोगों ने आपस में बांट लिये. पूछने पर उनलोगों ने कहा कि बाकी पैसे वेंडर को दे दिये गये हैं.
लाभुक कौशल्या देवी को आठ हजार की दी गयी राशि
बलसगरा की कौशल्या देवी ने बताया कि उन्हें सब्सिडी से आठ हजार 200 रुपये की राशि दी गयी है. इसी तरह कनकी पंचायत के अनिल कुमार महतो को सब्सिडी से पांच हजार रुपये उनके खाते में दे दिये गये. बाकी पैसे बिचौलिया व अन्य ने रख लिये. वहीं, सुनीता ने बताया कि उसके पास एक ही बकरी है. तीन बकरी व एक बकरा गोतनी रेखा देवी के घर से लाया. विभाग के लोग उन बकरियों के कानों में बीमा का टैग लगा कर चले गये. कौशल्या ने बताया कि अपनी गोतनी सीता देवी व एक अन्य महिला से चार बकरी व एक बकरा लाया था. विभाग ने उनके कान में बीमा का टैग लगा दिया.
विभाग नहीं दे रहा राशि
अनिल कुमार महतो ने कहा कि हमारे घर में चार बकरी व एक बकरा था. विभाग ने उसके कान में बीमा का टैग लगा दिया है. कहा कि इस योजना के तहत 50 प्रतिशत सब्सिडी पर अपने घर के परिसर में पिछले वर्ष डीप बोरिंग करायी है. उसने बैंक में 50 हजार दो किस्तों में जमा किया है, लेकिन, विभाग एक लाख की राशि नहीं दे रहा है. रैलीगढ़ा पूर्वी पंचायत में एतवरिया देवी, झुनर देवी, रमनी देवी व राजकुमारी देवी को पिछले वर्ष जनता दरबार में चार बकरी व एक बकरा दिये गये थे. तीन महिलाओं की बकरी व बकरा 10 दिन में मर गये, जबकि एक अन्य महिला की बकरी व बकरा लगभग एक माह के बाद मर गये. बीमा के लिए महिलाएं विभाग से गुहार लगा रही हैं, लेकिन उन्हें बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है.
बेहतर ढंग से चल रही है योजना
हजारीबाग जिला के पशुपालन पदाधिकारी न्यूटन तिर्की ने कहा कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना जिले में बेहतर ढंग से संचालित हो रही है. लाभुकों को योजना का लाभ दिया जा रहा है. उन्होंने इस योजना की गड़बड़ी के संदर्भ में पूछने पर कहा कि हमें काम करने में परेशान नहीं करें.