कानपुरः विवादों में घिरी DM नेहा जैन, बेटे के ‘ब्रह्मास्त्र’ केक पर हिंदू संगठन भड़का, मांगनी पड़ी माफी

कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन एक बार फिर विवादों में फंस गई हैं. लोगों ने डीएम के बेटे के जन्मदिन केक पर सवाल उठाया है. हिन्दू भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. जिसपर नेहा ने सफाई दी है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 5, 2023 12:44 PM

कानपुरः यूपी के कानपुर देहात के जिलाधिकारी के बेटे के जन्मदिन पर धर्म विशेष संबंधित केक काटने पर भड़काऊ मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. जिस पर डीएम ने सफाई देते हुए किसी भी धर्म को ठेस न पहुंचाने की बात कहते हुए माफी मांगी है. दरअसल 1 अप्रैल को डीएम नेहा जैन के पुत्र का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया. जिसका सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुआ. जिसमें केक पर धर्म विशेष के देवी देवताओं के चित्र लगा हुआ है.

डीएम नेहा ने दी सफाई

जिलाधिकारी नेहा जैन ने बेटे के जन्मदिन पर केक के मामले में सफाई देते हुए कहा कि केक को लेकर व्हाट्सएप के जरिए भड़काऊ मैसेज किए जा रहे हैं. जो कि बिल्कुल असत्य एवं बेबुनियाद है. उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल को पुत्र का जन्मदिन मनाया गया था जो कि एक भारतीय सुपर हीरो के थीम बेस पर था. वर्ष 2022 की एक भारतीय फिल्म ब्रह्मास्त्र पर आधारित है.

डीएम नेहा ने लोगों से किया अनुरोध

साथ ही केक लगी फोटो एक सुपर हीरो को प्रदर्शित करती है. जिसका अर्थ बुराई पर सच्चाई एवं अच्छाई की विजय को दर्शाता है. इससे बच्चों को अच्छी सीख मिलती है. हालांकि कुछ लोग इसे गलत तरह से बता व दर्शा रहे हैं. डीएम ने सभी से अनुरोध किया है कि ऐसी अफवाहों में न आएं. उनकी किसी भी धर्म को ठेस पहुंचाने जैसी कोई मंशा नहीं है. यदि फिर भी किसी को ऐसा प्रतीत होता तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं.

डीएम की शासन से शिकायत

कानपुर देहात के जिला गौ रक्षा प्रमुख आदित्य शुक्ला ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत करते हुए बताया कि डीएम नेहा के बेटे के जन्मदिन पर धर्म विशेष संबंधी केक काटा गया है. जिससे लोगों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है. उन्होंने बताया कि केक काटने संबंधी फोटो और वीडियो मीडिया में भेजने के कारण उनसे अभद्रता की गई है.

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जिला गोरक्षा प्रमुख ने शिकायती पत्र में बताया कि वह पूर्व में गौशाला में फैली अव्यवस्था व गोवंश को लेकर आवाज उठाते रहे. जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके खिलाफ कई मुकदमे भी दर्ज कराकर आवाज को दबाने का प्रयास किया है. गौरक्षा प्रमुख ने उक्त मामले में कार्रवाई न होने पर 8 अप्रैल से कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना एवं आमरण अनशन शुरू करने का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने इस संबंध में शासन को पत्र भेजा है.

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