Google Search Tips: आज के समय में गूगल सर्च काफी जरुरी बन गया है. हमें जिस भी सवाल का जवाब चाहिए हम उसे गूगल सर्च में टाइप या फिर बोलकर निकलवा सकते हैं. लेकिन, क्या आप जानते है कि कुछ ऐसी चीजें भी हैं जिन्हें आपको गूगल में सर्च नहीं करना चाहिए. अगर आपने इन चीजों को सर्च किया तो आपको जेल तक हो सकती है. चलिए जानते हैं ऐसी कौन सी चीजें हैं जिन्हें आपको गूगल पर सर्च नहीं करना चाहिए.
रिलीज़ से पहले फिल्म लीक करना: अगर आप गूगल का इस्तेमाल मूवीज को सर्च करने या फिर साइट्स से डाउनलोड करने के लिए इस्तेमाल करते हैं तो बता दें ऐसा करना आपके लिए मुसीबते खड़ी कर सकता है. बता दें मूवी रिलीज होने से पहले किसी भी ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर लीक करना या फिर उस पाइरेटेड फिल्म को डाउनलोड करना भी क्राइम की केटेगरी में आता है. आप अगर ऐसा करते हैं तो आपको कम से कम 3 साल की सजा और 10 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है.
एक्सप्लोसिव बनाने का तरीका: बता दें अगर आप गूगल सर्च का इस्तेमाल कर रहे हैं और उसपर आपने बम अथवा एक्सप्लोसिव बनाने का तरीका सर्च किया तो आप बड़ी कानूनी मुसीबत में फंस सकते हैं और आपको जेल भी हो सकती है. बता दें बम बनाना गैरकानूनी है और ऐसा करना अपराध माना जाता है. अगर आपने ऐसा किया तो आप पर जरूरी कार्रवाई भी की जा सकती है.
चाइल्ड पोर्न: भारत में पोर्न देखना गैरकानूनी है. सरकार ने देश में पोर्न साइट्स को बैन भी कर रखा है. अगर आप गूगल का इस्तेमाल परं सर्च करने के लिए खास तौर पर चाइल्ड पोर्न सर्च करने के लिए करते हैं तो ऐसा करना आपके लिए कई तरह की मुसीबतें खड़ी कर देगा. गूगल पर इस तरह की चीजों को सर्च करने पर आपको जेल भी हो सकती है.
गर्भपात के तरीके: गूगल का इस्तेमाल अगर आप अबॉर्शन यानी गर्भपात के बारे में सर्च करने के लिए करेंगे, तो गूगल ऐसे कीवर्ड को काफी जल्दी ही ट्रैक कर लेता है. ऐसे में ऑनलाइन सर्च करके गर्भपात के तरीके न ढूंढ़ें, वरना आपको जेल भी जाना पड़ सकता है. बता दें अगर आप बिना डॉक्टर की उचित मंजूरी के बिना गर्भपात करवाते हैं तो यह गैरकानूनी है और इस वजह से आपको जेल जाना पड़ सकता है.
टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन को गूगल पर सर्च: आप अगर गूगल का इस्तेमाल कर किसी आतंकी ऑर्गनाइजेशन से जुड़ने के तरीके के बारे में जानना चाहते हैं या ऐसे किसी संगठन से जुड़ते हैं तो, इन हालातों में आप पर सुरक्षा एजेंसियों की पैनी नजर रहती है और फिर आप काफी बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं.
दुर्व्यवहार या फिर रेप विक्टिम की पहचान न करें शेयर: अगर आप गूगल सर्च का इस्तेमाल छेड़छाड़ या फिर दुर्व्यवहार की घटना से पीड़ित महिला की जानकारी शेयर करने के लिए करते हैं तो बता दें ऐसा करना भी गैरकानूनी है और एथिकली भी गलत है. सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे गैरकानूनी माना है. कोई भी व्यक्ति प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या सोशल मीडिया पर किसी छेड़छाड़ या दुर्व्यवहार पीड़िता की पहचान दुनिया के सामने जाहिर नहीं कर सकता.