Loading election data...

रामगढ़ सदर अस्पताल में 2 आयुष्मान मित्रों काे डॉक्टर ने पीटा, थूक चटाने का आरोप, कर्मियों ने दी हड़ताल की धमकी

आरोप है कि यहां भी उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों के सामने उनकी पिटाई की गयी. इतना ही नहीं, डॉक्टर ने जान से मारने की धमकी देते हुए रितेश कुमार से थूक कर चटवाया.

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2023 8:17 AM
an image

सदर अस्पताल रामगढ़ में गुरुवार को स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों के बीच विवाद हो गया. आरोप है कि अस्पताल के चिकित्सक डॉ राजेश्वर कुमार ने अस्पताल में तैनात दो आयुष्मान मित्रों को पीटा. इतना ही नहीं, उन्होंने एक आयुष्मान मित्र रितेश कुमार को थूक कर चटवाया. पूरी घटना अस्पताल के उपाधीक्षक अमरेंद्र कुमार, प्रबंधक अतींद्र उपाध्याय और अन्य कर्मचारियों के सामने हुई है. घटना से नाराज अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों ने जमकर हंगामा किया और चेतावनी दी कि अगर आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे छह अक्तूबर से हड़ताल पर चले जायेंगे. हालांकि, अस्पताल के उपाधीक्षक और प्रबंधक ने इस तरह की घटना से इनकार किया है.

आयुष्मान मित्र रितेश कुमार, सिकेंद्र महतो और सचिन कुमार पांडेय ने ‘झारखंड स्वास्थ्य चिकित्सा व जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ’ के जिला मंत्री को आवेदन दिया. इसमें आरोप लगाया गया है कि गुरुवार को तीनों आयुष्मान मित्र अपनी ड्यूटी पर तैनात थे. इसी दौरान डॉ राजेश्वर कुमार वहां पहुंचे. चूंकि सिकेंद्र महतो नया स्टाफ है, इसलिए उसने डॉक्टर को नहीं पहचाना और अपनी सीट पर बैठा रह गया. इससे डॉ राजेश्वर गुस्सा गये और सिकेंद्र को गाली देते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी. बीच-बचाव करने पर उन्होंने आयुष्मान मित्र रितेश कुमार की भी पिटाई की. वे दोनों को पीटते हुए अस्पताल के पुराने भवन स्थित अस्पताल प्रबंधक के कक्ष में ले गये. आरोप है कि यहां भी उपाधीक्षक, अस्पताल प्रबंधक और अन्य कर्मचारियों के सामने उनकी पिटाई की गयी. इतना ही नहीं, डॉक्टर ने जान से मारने की धमकी देते हुए रितेश कुमार से थूक कर चटवाया.

नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने किया हंगामा, दी आंदोलन की चेतावनी

घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मी काम बंद कर प्रबंधक कक्ष में पहुंच गये और हंगामा करने लगे. यहां उपाधीक्षक और प्रबंधक ने आंदोलित कर्मचारियों से वार्ता की. इसके बाद ‘झारखंड स्वास्थ्य चिकित्सा व जनस्वास्थ्य कर्मचारी संघ’ की ओर से सिविल सर्जन को लिखित चेतावनी दी गयी. इसमें कहा गया है कि अगर आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तो सभी स्वास्थ्य कर्मी छह अक्तूबर से हड़ताल पर चले जायेंगे. आवेदन की प्रतिलिपि उपायुक्त, एसडीओ और अस्पताल के उपाधीक्षक को भी दी गयी है.

Also Read: लगातार बारिश के बाद पतरातू डैम का बढ़ा जलस्तर, खोला गया एक फाटक

Exit mobile version