आगरा. आगरा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर गुरुवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ धरना दिया और जमकर नारेबाजी की. विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्रों से जब कोई अधिकारी मिलने नहीं पहुंचा तो वह गेस्ट हाउस में कुलसचिव का घेराव करने के लिए पहुंच गए. इस दौरान छात्रों की चीफ प्रॉक्टर से कहासुनी भी हो गई. हालांकि विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि उनकी मांग को परीक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा.प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 अगस्त को विश्वविद्यालय के आईईटी के छात्रों का रिजल्ट जारी किया गया था. लेकिन इसमें काफी गड़बड़ी थी. इसके बाद छात्रों ने रिजल्ट को अपडेट करने के लिए कहा और रिजल्ट अपडेट करने के बाद उनके नंबर कम कर दिए गए. जिसको सही कराने के लिए आईआईटी के छात्र करीब एक महीने से विश्वविद्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा और इसी वजह से उन्होंने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर इंस्टिट्यूट के गेट पर धरना दिया.आईआईटी के गेट पर धरना दे रहे छात्रों को वहां से हटाने के लिए के प्रोफेसर मनु प्रताप सिंह पहुंचे. उन्होंने छात्रों से बात की लेकिन छात्रों की बात से संतुष्ट नहीं हुए. इस दौरान मनु प्रताप की एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष से बहस भी हुई. ऐसे में छात्रों ने खंदारी परिसर के गेट को बंद कर दिया.
जब छात्रों से कोई भी अधिकारी मिलने के लिए नहीं पहुंचा तो उन्होंने गेस्ट हाउस में मौजूद कुल सचिव राजीव कुमार का घेराव किया और नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बाद परीक्षा नियंत्रक डॉ ओम प्रकाश छात्रों से मिलने के लिए पहुंचे. और उनसे अपनी शिकायत लिखित में देने को कहा और आश्वासन दिया कि आपकी समस्या को परीक्षा समिति की बैठक में रखा जाएगा.परीक्षा नियंत्रक द्वारा बच्चों को दिए गए आश्वासन पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ तो बच्चों ने कहा कि पिछले 1 महीने से हम लोग भटक रहे हैं. लेकिन अभी हमारा काम नहीं हुआ है. आपके कहने से काम नहीं चलेगा पहले आप हमारी समस्या का समाधान करो. उसके बाद हम धरना खत्म करेंगे. हालांकि परीक्षा नियंत्रक ने कहा है कि 22 अगस्त को जारी किए गए परिणामों को फिर से अपडेट किया जाएगा. और कम कर दिए गए अंकों को ठीक किया जाएगा.