आगरा. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के एसएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों पर एक मरीज की मां उसकी बेटी से मारपीट का आरोप लगा है. पीड़ित महिला का कहना है कि वह अपने बेटे के पैर का ऑपरेशन कराने के लिए अस्पताल में गई थी. लेकिन तय पैसों से ज्यादा पैसे की मांग की जाने लगी. ऐसे में जब इसका विरोध महिला ने किया तो जूनियर रेजिडेंट भड़क गए और उन्होंने महिला के बेटे उसकी बेटी और खुद महिला से अभद्रता व मारपीट कर दी. इस पूरे हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मारपीट व अभद्रता जैसा कोई भी मामला हमारे संज्ञान में नहीं है. वहीं महिला ने यह भी बताया कि मौके पर पुलिस आई, लेकिन पुलिस ने भी आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की.
जानकारी के अनुसार नगला भवानी देवरी रोड पर रहने वाली अनीता अपने 22 वर्षीय बेटे दिशांत पुत्र विनोद कुमार के पैर का ऑपरेशन कराने एसएन मेडिकल कॉलेज में आई तो उनके बेटे का एक्सरे कराया गया और बोला गया कि होली के बाद उसका ऑपरेशन कर दिया जाएगा. अनीता ने सोमवार को अपने बेटे को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया और उसे बताया गया कि मंगलवार को उसका ऑपरेशन करेंगे. मंगलवार शाम को जब अनीता हॉस्पिटल में आई तो उनसे बोला गया कि आपके बेटे के ऑपरेशन में 12000 रुपये का खर्चा आएगा. ऐसे में आप पैसे जमा करा दीजिए. दिशांत की मां अनीता ने 6000 रुपये जमा करा दिए और बोला कि आप ऑपरेशन की तैयारी करिए मैं बाकी पैसे का भी इंतजाम करती हूं. वहीं अनीता से डॉक्टरों ने एक यूनिट ब्लड भी मंगा लिया.
बुधवार सुबह अनीता के बेटे के ऑपरेशन की तैयारी होने लगी. इस दौरान एक व्यक्ति अस्पताल में आया और बोला कि आप पैसे जमा कराइए तभी ऑपरेशन शुरू किया जाएगा. अनीता ने बोला कि मैं 6000 रुपये दे चुकी हूं, आप ऑपरेशन करिए जब तक ऑपरेशन पूरा होगा मैं बाकी के पैसे भी ले आऊंगी. लेकिन उस व्यक्ति ने उनसे 12000 रुपये और मांगे. जिस पर अनीता ने बोला कि हमारी बात सिर्फ 12000 रुपये की हुई थी. ऐसे तो हमें 24000 रुपये देने पड़ेंगे. जिसके बाद उस व्यक्ति द्वारा ऑपरेशन करने की मना कर दिया गया. इस बात को लेकर अनीता और डॉक्टर की बहस होने लगी. ऐसे में पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टरों ने मेरे, मेरी बेटी और बेटे के साथ अभद्रता व मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने वहां वीडियो भी बनाया तो डॉक्टर उसे अपने साथ एक कमरे में ले गए और उसके साथ मारपीट की.
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ऐसे में किसी व्यक्ति ने पुलिस को इस मामले की सूचना दे दी जिससे पुलिस भी मौके पर आ गई. पुलिस के आने पर डॉक्टरों ने पैसे वापस किए और अनीता अपने बेटे को लेकर घर चली गई. हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ. सीपी पाल का कहना है कि बुधवार को आठ ऑपरेशन किए गए. घुटना प्रत्यारोपण में अधिक समय लगने पर अन्य ऑपरेशन टाल दिए गए. दिशांत का मामला बिगड़ा हुआ है. ऑपरेशन में करीब चार घंटे लगेंगे. इसलिए बृहस्पतिवार के लिए कहा गया था. रॉड और ग्राफ्ट कंपनी से खरीदने पड़ते हैं इसलिए रुपये जमा कराने के लिए जूनियर डॉक्टरों ने कहा था. तीमारदार और मरीज के साथ किसी भी तरह की बदतमीजी व मारपीट नहीं की गई है.