Jharkhand Crime News (मरकच्चो, कोडरमा) : झारखंड के कोडरमा जिला अंतर्गत मरकच्चो थाना क्षेत्र के नावाडीह पंचायत स्थित पंदना जंगल के समीप बंद पड़े पत्थर खदान में सोमवार को एक महिला व उसके तीन बच्चों का शव बरामद हुआ. घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी है.
मृतकों की पहचान गरगडीहा निवासी उमेश यादव की पत्नी गुड़िया देवी (35 वर्ष) व उसके पुत्र छोटू कुमार (3 वर्ष), सूर्या कुमार (8 वर्ष) व शिवम कुमार (6 वर्ष) के रूप में हुई है. पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. प्रथम दृष्टया आशंका जतायी जा रही है कि महिला ने बच्चों संग खदान में भरे पानी में छलांग लगा कर जान दे दी.
हालांकि, घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे मृतका के मायके वालों ने ससुराल परिवार पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने व इसी को लेकर हत्या कर शव यहां फेंक देने का आरोप लगाया है, जबकि ससुराल वाले घर से फरार हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के अनुसार, गुड़िया देवी रविवार शाम 4 बजे से ही अपने तीन बेटों सूर्या कुमार (8 वर्ष) शिवम कुमार (6 वर्ष) व छोटू कुमार (3 वर्ष) के साथ गायब थी. सोमवार की दोपहर जब कुछ किसान खेती के लिए उक्त खदान के बगल खेतों मे काम करने गये, तो महिला व उसके एक बच्चे का शव पानी से भरे खदान में तैरता हुआ पाया.
किसानों ने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी, जिसके बाद वहां काफी भीड़ इकट्ठा हो गयी. सूचना मिलने पर एसडीपीओ अशोक कुमार, थाना प्रभारी संजय कुमार शर्मा दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली. देर शाम पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से झग्गर के सहारे मृतक के दो और पुत्र सूर्या व शिवम का शव बरामद किया.
इधर, घटना की जानकारी मिलने पर मृतका के मायके वाले भी घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान मृतका के मायके वाले काफी आक्रोशित दिखे. मृतक के पिता का कहना था कि ससुराल वालों ने ही उसकी पुत्री व तीनों बच्चों की हत्या कर शव को खदान में फेंक दिया है. ससुराल वाले अक्सर दहेज की मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित किया करते थे. हमेशा उसकी पुत्री के साथ मारपीट की जाती थी. एसडीपीओ ने आक्रोशित मृतका के परिजनों को समझाया- बुझाया तक जाकर वे शांत हुए. देर शाम मायके वालों के द्वारा लिखित शिकायत पुलिस को देने की तैयारी चल रही थी. मृतका का विवाह करीब 12 वर्ष पूर्व हुआ था.
Also Read: झारखंड में हर दिन 4 लाख मनरेगा कर्मियों को रोजगार दे रही 90 हजार से अधिक योजनाएं
बताया जाता है कि जिस पत्थर खदान में महिला व उसके बच्चों का शव मिला उसे मात्र 40 फीट की खुदाई के बाद यूं ही खुला छोड़ दिया गया है. 40 फीट के बाद पत्थर नहीं निकलने के कारण संचालक ने काम बंद कर दिया, पर खदान की गहराई को भरा नहीं. इस वजह से यह हादसों को आमंत्रित करता रहता है. कुछ वर्ष पहले भी इस खदान में डूबने से एक बालक की मौत हो गयी थी.
Posted By : Samir Ranjan.