पाकुड़ के सीएचसी महेशपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गहलोत का कोरोना संक्रमण से निधन, पटना के एम्स में थे भर्ती
Coronavirus in Jharkhand (महेशपुर- पाकुड़) : पाकुड़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महेशपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गहलोत का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया. वे पटना एम्स में इलाजरत थे. उन्होंने शुक्रवार की सुबह 8 बजे अंतिम सांस ली. उनके निधन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मायूसी छा गयी है.
Coronavirus in Jharkhand (महेशपुर- पाकुड़) : पाकुड़ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महेशपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गहलोत का शुक्रवार को कोरोना से निधन हो गया. वे पटना एम्स में इलाजरत थे. उन्होंने शुक्रवार की सुबह 8 बजे अंतिम सांस ली. उनके निधन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मायूसी छा गयी है.
मिली जानकारी के अनुसार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गहलोत गत 7 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे. जिसके बाद उनके परिजनों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना एम्स ले गये. जहां इलाज के दौरान ही उनका निधन हो गया.
मालूम हो कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार गहलोत ने कोरोना वैक्सीन का दोनों डोज लिये थे. पहला डोज उन्होंने एक फरवरी को, वहीं दूसरा डोज उन्होंने एक मार्च को लिये थे. इसके बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में उनकी तबीयत खराब हुई. उन्होंने 7 अप्रैल को कोरोना जांच कराया जिसमें वो पॉजिटिव पाये गये. वे 13 अप्रैल को अवकाश लेकर इलाज कराने पटना एम्स चले गये थे.
बताया जा रहा है कि डॉ मनोज कुमार गहलोत पिछले साल कोविड मरीजों के इलाज के लिए रिंची अस्पताल में पदस्थापित हुए थे. उस दौरान भी वे कोरोना से संक्रमित हो गये थे. हालांकि, उस दौरान वे कोरोना के संक्रमण से मुक्त होकर पूरी तरह ठीक हो गये थे.
धर, डॉ गहलोत के निधन से पूरे स्वास्थ्य कर्मियों के बीच शोक की लहर दौड़ गयी है. डॉ मनोज कुमार गहलोत वर्ष 2005 में महेशपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर अनुबंध पर बहाल हुए थे. बाद में वर्ष 2011 में वे सरकारी चिकित्सक बने थे. वे पटना के रहने वाले थे. डाॅ मनोज गहलोत की पत्नी, दो बेटे तथा एक बेटी है.
सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने डॉ मनोज कुमार गहलोत के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वे कर्तव्यनिष्ठ डॉक्टर थे. उन्होंने पाकुड़ की जनता की बखूबी सेवा की. वे हमेशा अपनी जिम्मेदारियों को आगे बढ़कर निभाते थे. उनका निधन ना सिर्फ स्वास्थ्य विभाग, बल्कि पाकुड़ की जनता के लिए भी अपूरणीय क्षति है.
Posted By : Samir Ranjan.