आगरा में सिटी बस चलाने वाले चालकों ने की हड़ताल, वेतन ना मिलने की वजह से सिटी बस का संचालन हुआ बंद

आगरा के फाउंड्री नगर में स्थित इलेक्ट्रिक बस स्टेशन पर सिटी बस चलाने वाले चालकों ने प्राइवेट कंपनी द्वारा वेतन ना मिलने के चलते हड़ताल कर दी है. चालकों ने प्राइवेट कंपनी कंपासी के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि कई महीनों से उनका वेतन नहीं दिया गया.

By Radheshyam Kushwaha | May 5, 2023 3:55 PM

आगरा. आगरा में लोगों को उनके गंतव्य तक ले जाने वाली सिटी बस के पहिए थम चुके है. ऐसे में सैकड़ों यात्रियों को बस के इंतजार में भीषण गर्मी में सड़क किनारे खड़ा होना पड़ रहा है. लेकिन घंटे भर तक इंतजार करने के बावजूद उन्हें बस नहीं मिल रही. ऐसे में सवारियों को अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है और अन्य वाहन भी लोगों से मनमाना किराया वसूल रहे हैं. इलेक्ट्रिक बस चलाने वाले चालकों ने वेतन ना मिलने की वजह से हड़ताल कर दी है. जिसकी वजह से आगरा में 70 से 80 बसों का संचालन बंद हो गया है.

चालकों ने की हड़ताल

जानकारी के अनुसार आगरा के फाउंड्री नगर में स्थित इलेक्ट्रिक बस स्टेशन पर सिटी बस चलाने वाले चालकों ने प्राइवेट कंपनी द्वारा वेतन ना मिलने के चलते हड़ताल कर दी है. चालकों ने प्राइवेट कंपनी कंपासी के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि कई महीनों से उनका वेतन नहीं दिया गया. बस में जरा सी भी कोई टूट फूट हो जाती है तो उनके वेतन में से अनावश्यक रूप से पैसे काट दिए जाते हैं. कभी सवारियां कम होने के चलते परेशान किया जाता है तो कभी अधिक समय तक गाड़ी चलाने के लिए दबाव डाला जाता है. इलेक्ट्रिक सिटी बस चलाने वाले विनोद शर्मा ने बताया कि एक दिन वह रामबाग चौराहे पर नाश्ता कर रहे थे. जबकि उनकी बस को इलेक्ट्रिक बस स्टेशन में खड़े करने में करीब डेढ़ घंटे का समय बाकी था.

गाली गलौज करने का आरोप

इस दौरान कंपासी कंपनी के किसी अधिकारी ने उन्हें नाश्ता करते हुए देख लिया. जब वह कंपनी में बस जमा करने आए तो अधिकारी ने उनके साथ अभद्रता की और गाली गलौज की. वहीं उनका रूट ऑफ कर दिया और कहा कि अब तीन-चार दिन आप घर पर आराम कीजिए. इलेक्ट्रिक बस चलाने वाले चालक अमर सिंह राठौर ने बताया कि डेढ़ साल से इस कंपनी में काम कर रहे हैं. विगत 28 तारीख को उन्होंने कंपनी से पूछा कि वेतन में से उनके 4000 रुपये क्यों काट दिए गए. कंपनी के अधिकारी यशपाल से जब उन्होंने सवाल जवाब किए तो उन्हें धक्का मार कर बाहर निकाल दिया गया. इसके बाद चालक ने उनसे कहा कि मैं अपनी नौकरी का वेतन मांग रहा हूं.

सिटी बस का संचालन हुआ बंद

इस बात पर अमर सिंह राठौर को कंपनी ने निष्कासित कर दिया है. उनका कहना है कि हर बार इसी तरह का व्यवहार हमारे साथ किया जाता है. जब हम विरोध करते हैं तो हमें आश्वासन दे दिया जाता है. लेकिन लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. कोई उन्होंने बताया कि इस बार हमने कंपनी की शिकायत लिखित में क्षेत्रीय विधायक डॉ धर्मपाल सिंह से की है उन्होंने हमें उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है. आपको बता दें आगरा में करीब 70 से 80 इलेक्ट्रिक बस का संचालन रोजाना होता है.

रोजाना हजारों की संख्या में सवारियां इन बसों से आवागमन करती हैं. लेकिन आज सुबह से बस का संचालन बंद होने के चलते आगरा में कई जगह सवारियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. कोई अपनी नौकरी के लिए जा रहा है, तो किसी को डॉक्टर के पास जाना है. किसी को बैंक से संबंधित काम है, तो कोई मजदूरी पर निकल रहा है. लेकिन इलेक्ट्रिक बस का संचालन बंद होने के चलते यह लोग अन्य वाहनों के इंतजार में तपती दोपहर में सड़क पर खड़े दिखाई दे रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version