धनबाद : टुंडी के पहाड़ों पर डेरा जमाने वाले हाथियों के झुंड की गतिविधियों पर ड्राेन कैमरे से नजर रखी जायेगी. कैमरा खरीदने के लिए वन एवं पर्यावरण विभाग के भेजे गये प्रस्ताव को मुख्यालय ने मंजूरी प्रदान कर दी है. मुख्यालय से फरवरी में फंड मिलने की उम्मीद है. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ड्रोन कैमरे की मदद से हाथियों के आतंक से समय रहते जानमाल की सुरक्षा की जा सकेगी.
इसके अलावा विभाग महत्वपूर्ण चीजों की निगरानी में ड्रोन का उपयोग करने की योजना बना रहा है. वन विभाग वन क्षेत्रों में पेश आने वाली समस्याओं का पता लगाने में ड्रोन का इस्तेमाल करेगा.
ड्रोन कैमरा जंगल में आवाजाही पर नजर रखने के साथ ही वन क्षेत्रों में लोगों की पहचान करने और ड्यूटी पर मौजूद चौकीदार की सजगता को परखने में भी मदद करेगा. यह 15 मिनट तक उड़ान भरेगा और वीडियो फुटेज रिकाॅर्ड करेगा. वन विभाग की मानें तो प्रयोग के तौर पर कुछ दिनों पहले किराये पर ड्रोन से फुटेज लिया गया था.
विभाग ने वर्ष 2021 के जनवरी में ड्रोन खरीदने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा था. तर्क दिया गया था कि हाथियों का झुंड साल के सात से आठ महीने टुंडी व तोपचांची के पहाड़ों पर रहता है. इस दौरान ये तलहटी में बसे गांवों में उत्पात मचाते हैं. इससे हर साल जानमाल का नुकसान होता है.
ड्रोन कैमरा के लिए जो प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया था, उसे मंजूर कर लिया गया है. फरवरी माह में फंड आवंटित होने की संभावना है. फंड मिलते ही खरीदारी की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी.
विमल लकड़ा, डीएफओ
Posted By : Sameer Oraon